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बिन युद्धवीर 65 के युद्ध की स्वर्ण जयंती!

पाकिस्तान से हुए सन् 1965 के युद्ध के 50 वर्ष पूरे होने पर केंद्र सरकार ने कई भव्य समारोह आयोजित करने का फैसला किया। एक माह तक चलने वाले समारोह में राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड की तर्ज पर एक विशेष कार्यक्रम होगा। लेकिन जिन सैनिकों की बहादुरी को नवाजने

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Sat, 04 Jul 2015 08:38 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2015 09:01 PM (IST)
बिन युद्धवीर 65 के युद्ध की स्वर्ण जयंती!

नई दिल्ली, [मुकेश केजरीवाल]। पाकिस्तान से हुए सन् 1965 के युद्ध के 50 वर्ष पूरे होने पर केंद्र सरकार ने कई भव्य समारोह आयोजित करने का फैसला किया। एक माह तक चलने वाले समारोह में राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड की तर्ज पर एक विशेष कार्यक्रम होगा। लेकिन जिन सैनिकों की बहादुरी को नवाजने के लिए सरकार यह कार्यक्रम कर रही है, उन्हीं के इसमें शामिल होने पर संदेह है।

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सन् 65 के युद्ध के स्वर्ण जयंती समारोह की शुरुआत 28 अगस्त को ही होगी। 20 सितंबर को राजपथ पर तीनों सेना के लड़ाके फिर से उस युद्ध का नजारा जीवंत करेंगे। गणतंत्र दिवस परेड की ही तर्ज पर हथियार, टैंक और विमानों का प्रदर्शन भी होगा। जवान अपना युद्ध कौशल भी दिखाएंगे। हेलीकाप्टर से सीढ़ी के जरिए उतरते हथियारबंद कमांडो के करतब लोगों को चकित कर देंगे।

देश में पहली बार 22 सितंबर को इस युद्ध के वीरों को राष्ट्रपति भवन में एक विशेष समारोह में सम्मानित किया जाएगा। इसी दिन दोनों देशों के बीच औपचारिक तौर पर युद्ध विराम का एलान हुआ था। लेकिन 'इंडियन एक्स सर्विसमेन मूवमेंट' के प्रमुख मेजर जनरल सतबीर सिंह कहते हैं, 'पूर्व सैनिकों के 40 संगठनों ने साझा तौर पर फैसला किया है कि जब तक वन रैंक वन पेंशन को लागू करने की चिट्ठी उन्हें नहीं मिल जाती, वे किसी सरकारी समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे।' इसका एकमात्र अपवाद सेना की विभिन्न कमान की ओर से आयोजित होने वाले कार्यक्रम हो सकते हैं।

इस बारे में पूछे जाने पर सिंह कहते हैं, 'फौज के साथ तो हमारा विशेष ताल्लुक रहता है। इसलिए अगर कोई उसके ऐसे कार्यक्रम में हिस्सा लेता है तो उस पर रोक नहीं होगी। मगर वे भी काला बिल्ला पहन कर जाएंगे, जिस पर लिखा होगा कि वे विरोध करते हुए भाग ले रहे हैं।' पश्चिमी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल केजे सिंह ने व्यक्तिगत तौर पर इस युद्ध में शामिल रहे पूर्व सैनिकों को वहां आयोजित समारोह में शामिल होने का अनुरोध किया था।

स्वर्ण जयंती समारोह की शुरुआत 28 अगस्त को राष्ट्रपति और तीनों सेनाओं के प्रमुख प्रणब मुखर्जी की ओर से अमर जवान ज्योति पर पुष्प अर्पित कर होगी। 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विज्ञान भवन से राजपथ के बीच के लान पर लगाई जाने वाली प्रदर्शनी की शुरुआत करेंगे। पांच दिन बाद राजपथ पर विशेष परेड आयोजित करने की तैयारी है।

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