मां होने के नाते कॉन्गो छात्र के मां-बाप का दर्द समझ सकती हूंः सुषमा
कॉन्गो छात्र की हत्या पर सुषमा स्वराज ने कहा कि एक मां होने के नाते कॉन्गो स्टूडेंट (ओलिवर) के माता-पिता का दर्द समझ सकती हूं।
नई दिल्ली(जेएनएन)। अफ्रीकी मूल के नागरिकों पर बढ़ रहे हमले को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दिल्ली में अफ्रीकी छात्र नेताओं और प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। विदेश मंत्री ने कहा कि ऐसी वारदात दुर्भाग्यवश नहीं बल्कि दर्दनीय है। बता दें कि कुछ दिनों पहले दिल्ली में एक कॉंगों के एक छात्र की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।
जिसके बाद अफ्रीकी देशों में भारत को काफी विरोध हुआ था। स्वराज ने आगे कहा कि ‘मैने प्रतिनिधिमंडल को समझाने की कोशिश की है कि वैसे तो ये घटना बहुत बड़ीं है, लेकिन यह नस्लीय भेदभाव की घटना नहीं है। मैने अफ्रीकी छात्रों के साथ एक बैठक कर बताया कि कांगो छात्र की मौत की घटना हमारे लिए दुर्भाग्यपूर्ण नहीं बल्कि दर्दनाक है। कांगो छात्र की मौत का नस्लीय हमले के कारण नहीं हुई है, हमे इस हमले को नस्लीय संदर्भ में नहीं देखना चाहिए। विदेश मंत्री ने कहा कि एक मां होने के नाते मैं कांगो छात्र की मौत पर उसके माता-पिता का दर्द समझ सकती हूं, जिन्होंने विदेशी धरती पर अपने बेटे को खोया है।
पढ़ेंः कॉगो गोमा में 12 लोगों की हत्या, युगांडा के विद्रोहियों पर आरोप
जिस दिन ये घटना हुई उसी समय मैंने उपराज्यपाल से रिपोर्ट तलब की। मुझे बताया गया कि 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि सीसीटीवी फुटेज से स्पष्ट पता चलता है कि जो भारतीय नागरिक मौके पर मौजूद थे उन्होंने कैसे मासोंदा ओलिवर को बचाने के लिए अपना पूरी कोशिश की थी। हमने एक योजना तैयार की है जिसमें हमारे राज्यमंत्री अपने सचिवों के साथ हर मेट्रो शहर जाएंगे और अफ्रीकी छात्रों के साथ चर्चा करेंगे। हम अफ्रीकी छात्रों की अधिकतम आबादी वाले क्षेत्रों में जागरूकता और संवेदीकरण कार्यक्रमों की शुरूआत करेंगे, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न घटित हों।
पढ़ेंः दिल्ली में कांगो छात्र की हत्या के बाद भारतीय दुकानों पर हमला