एमओपी पर मुख्य न्यायाधीश से मिलीं सुषमा स्वराज व सदानंद गौड़ा
सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने संशोधित एमओपी में जिन अनुच्छेदों पर आपत्ति की है सरकार उसका जवाब देगी।
नई दिल्ली, प्रेट्र : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और कानून मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर से मुलाकात की। उच्चतर न्यायपालिका में न्यायाधीशों की नियुक्ति से संबंधित मेमोरेंडम ऑफ प्रोसीजर (एमओपी) के कुछ अनुच्छेदों को लेकर न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच मतभेद है।
सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने संशोधित एमओपी में जिन अनुच्छेदों पर आपत्ति की है सरकार उसका जवाब देगी। मतभेद दूर करने के लिए मुख्य न्यायाधीश से दोनों केंद्रीय मंत्रियों की मुलाकात का कोई असर सामने नहीं आया। दोनों पक्ष अपने-अपने रुख पर कायम ही हैं।
सरकारी सूत्रों ने कहा कि मेमोरेंडम का मसौदा तैयार करने वाले मंत्रियों के समूह की मुखिया विदेश मंत्री स्वराज हैं। बुधवार की शाम जस्टिस ठाकुर के आवास पर मुलाकात हुई। सरकार ने कोलेजियम की आपत्तियों के बावजूद मेमोरेंडम मसौदे पर कदम बढ़ाने का फैसला लिया है।
मुख्य न्यायाधीश से फीडबैक लेने के बाद कोलेजियम द्वारा उठाई गई आपत्तियों पर सरकार अब अपना जवाब तैयार करेगी।कोलेजियम ने 28 जून को संशोधित एमओपी सरकार को लौटा दिया था। सुप्रीम कोर्ट और 24 हाई कोर्ट में न्यायाधीशों की होने वाली नियुक्ति में एमओपी दिशानिर्देश का काम करेगा।
कोलेजियम ने संशोधित मसौदे के कुछ अनुच्छेदों में बदलाव का सुझाव दिया था। कोलेजियम ने राष्ट्रीय हित के आधार पर सिफारिश ठुकराने के सरकार के अधिकार पर सवाल उठाया था और कुछ और अनुच्छेदों में परिवर्तन करने को कहा था। मौजूदा प्रणाली में सरकार कोलेजियम की सिफारिश मानने के लिए बाध्य है।