जानिए, टीम इंडिया से क्यों कटा सुरेश रैना का पत्ता, कौन सी चीज पड़ी उन्हें भारी
सुरेश रैना को बीसीसीआइ ने अपने सालाना करार से ही बाहर कर दिया है।
By Bharat SinghEdited By: Published: Fri, 24 Mar 2017 11:04 AM (IST)Updated: Fri, 24 Mar 2017 11:11 AM (IST)
धर्मशाला, अभिषेक त्रिपाठी। कभी सीमित ओवरों के मैच में भारतीय टीम की बल्लेबाजी की रीढ़ रहे सुरेश रैना को बीसीसीआइ ने अपने सालाना करार से ही बाहर कर दिया है। इसका कारण उनका घरेलू टूर्नामेंट में नहीं खेलना बताया जा रहा है।
भारतीय वनडे टीम से बाहर होने और खराब फॉर्म के बावजूद वह विजय हजारे टूर्नामेंट में उत्तर प्रदेश की तरफ से नहीं खेले थे। 30 वर्षीय यह बल्लेबाज शादी के बाद से अपने परिवार और बिजनेस पर ज्यादा ध्यान दे रहा है। रैना ने इस सत्र में सिर्फ तीन रणजी मैच खेले और विजय हजारे के साथ मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी हिस्सा ही नहीं लिया। भारतीय चयनकर्ता भी इस बात से खुश नहीं थे और उसी का खामियाजा रैना को भुगतना पड़ा है।
इसके अलावा कई युवा खिलाड़ी भी उनकी जगह लेने को तैयार नजर आ रहे हैं। हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में खेलने वाले रैना को अगर टीम में फिर से अपनी जगह स्थायी करनी है तो निश्चित तौर पर उन्हें आइपीएल में शानदार प्रदर्शन करना होगा। उन्हें देवधर ट्रॉफी में भी जगह नहीं मिली है।
सुरेश रैना 2014-15 में बीसीसीआइ का 'ए' ग्रेड हासिल करने वाले खिलाड़ी थे। पिछले सत्र में वह 'बी' ग्रेड पर आ गए थे और अब उन्हें इससे बाहर ही कर दिया गया है।
पिछला प्रदर्शन भी बना कारण
टी-20 फॉर्मेट में रैना ने जबरदस्त कमाल दिखाए हैं। वह आइपीएल में 4000 रन बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। हालांकि पिछले दो साल उनके लिए खराब गए हैं। 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच वनडे में वह सिर्फ 68 रन बना पाए थे। वहीं, तीन टी-20 मैचों में उन्होंने कुल 36 रन बनाए थे।
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इसके अलावा 2016 टी-20 विश्व कप में उन्होंने चार मैचों में सिर्फ 41 रनों का ही योगदान दिया। वह 2015-16 के दौरान खेली गई पारियों से भी बीसीसीआइ को संतुष्ट नहीं कर पाए। 2016-17 में रैना ने इंग्लैंड के खिलाफ तीन टी-20 मैचों की सीरीज खेली। इनमें भी वह कुछ खास नहीं कर सके।
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