Move to Jagran APP

सिजोफ्रेनिया में कमजोर स्मृति के कारणों का पता चला

सिजोफ्रेनिया से कमजोर याद्दाश्‍त के बीच संबंध का पता लगा लिया गया है।

By Monika minalEdited By: Published: Tue, 05 Apr 2016 04:11 PM (IST)Updated: Tue, 05 Apr 2016 04:14 PM (IST)
सिजोफ्रेनिया में कमजोर स्मृति के कारणों का पता चला

नई दिल्ली। सिजोफ्रेनिया से पीडि़त लोगों में स्मृति कमजोर होने की वजहों का पता लगा लिया गया है। अब इसे दूर करने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। इस बीमारी के चलते याद्दाश्त कमजोर होने की समस्या आम है, लेकिन वैज्ञानिकों ने इस दिशा में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है।

loksabha election banner

न्यूरोथेरेपी से सैकड़ों मरीजों का हुआ इलाज

अमेरिकी शोधकर्ताओं के मुताबिक सिजोफ्रेनिया के चलते डोरसोलेटरल प्रीफ्रंटल कोर्टेक्स (डीएलपीएफसी) की गतिविधियों में व्यवधान उत्पन्न होता है। मस्तिष्क का यह हिस्सा चीजों या घटनाओं को याद रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वैज्ञानिकों ने बताया कि अध्ययन में सिजोफ्रेनिया के पीडि़तों में डीएलपीएफसी की गतिविधि असामान्य पाई गई है।

शोध में स्वस्थ और इससे पीडि़त लोगों को शामिल किया गया था। सिजोफ्रेनिक लोगों में मतिभ्रम की स्थिति ज्यादा पाई गई। शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि ऐसे लोगों को स्मृति लोप की समस्या से बचाया जा सकेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.