नदियों की गंदगी पर छात्रा गायत्री की पीड़ा पीएम मोदी के मन को छू गयी
गायत्री ने 'मन की बात' कार्यक्रम में फोन कॉल करके अपनी प्रतिक्रिया दी थी। पीएम ने अपने कार्यक्रम के दौरान उनकी यह रिकार्डेड प्रतिक्रिया सुनवाई।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। गंदगी से कराह रही नदियों को लेकर देहरादून की छात्रा गायत्री की पीड़ा प्रधानमंत्री नरेंद्र के मन को छू गयी। उन्होंने ग्यारहवीं की इस छात्रा का संदेश पूरे देश को सुनाया और कहा कि यह संदेश हम सबके लिए है।
गायत्री ने 'मन की बात' कार्यक्रम में फोन कॉल करके अपनी प्रतिक्रिया दी थी। पीएम ने अपने कार्यक्रम के दौरान उनकी यह रिकार्डेड प्रतिक्रिया सुनवाई। गायत्री ने अपने संदेश की शुरुआत हाल के विधान सभा चुनाव में भाजपा की जीत के लिए प्रधानमंत्री को बधाई देते हुए की। उसने कहा कि लोगों को यह समझना होगा कि स्वच्छता कितनी जरूरी है। उसने कहा कि वह रोज उस नदी से होकर जाती है जिसमें लोग बहुत सा कूड़ा-करकट डालते हैं और नदियों को दूषित करते हैं।
गायत्री ने कहा कि उसनेइस नदी के लिए बस्तियों में जा कर रैली निकाली और लोगों से बातचीत कर कूड़ा न डालने की अपील की लेकिन कुछ नहीं हुआ। उन्होंने प्रधानमंत्री को एक दल भेजकर या अखबार के माध्यम से समस्या को उजागर करने का आग्रह किया।
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने हाल ही में गंगा-यमुना और उनकी सहयागी नदियों को जीवित व्यक्ति का दर्जा दिया है। पीएम ने गायत्री का संदेश रेडियो पर सुनाकर कहा कि नदी में कूड़ा करकट देखकर 11वीं की उस छात्रा को कितना गुस्सा आता होगा। अगर सवा सौ करोड़ देशवासियों में गंदगी के प्रति इसी तरह गुस्सा हो जाए तो हम गंदगी के खिलाफ कुछ न कुछ करने लग जाएंगे। प्रधानमंत्री ने भरोसा जताया कि देश की नयी पीढ़ी में खासकर विद्यार्थियों में स्वच्छता के प्रति जो भाव जगा है वह सकारात्मक संकेत देता है।
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