नजीब अहमद की गुमशुदगी को लेकर छात्र हुए उग्र, JNU में वीसी को बनाया बंधक
लापता छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी को लेकर बुधवार को जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में छात्र उग्र हो गए। उन्होंने जेएनयू वीसी सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों को बंधक बना लिया।
नई दिल्ली, प्रेट्र: लापता छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी को लेकर बुधवार को जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में छात्र उग्र हो गए। उन्होंने जेएनयू वीसी सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों को बंधक बना लिया। जेएनयू के कुलपति प्रो. एम जगदीश कुमार ने बताया कि उन्हें दोपहर 2.30 बजे से छात्रों ने बंधक बनाया हुआ है। उनके साथ एक महिला सहयोगी भी बंद है, जिसकी तबियत ठीक नहीं है।
बता दें कि उग्र छात्रों नजीब को लेकर ने वीसी और अन्य अधिकारियों को बंधक बनाया हुआ है। उनका आरोप है कि नजीब की खोजबीन को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। आक्रोशित छात्र प्रशासनिक ब्लॉक के आगे जमीन पर लेट गए हैं।
उनका कहना है कि अधिकारी उन पर चल कर ही आगे जा सकते हैं। जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष मोहित पांडेय का कहना है कि हमने किसी अवैध रूप से बंधक नहीं बनाया है। बिजली और खाने सहित सभी बुनियादी सुविधाएं बहाल हैं। वहीं जेएनयू कैंपस के बाहर पुलिस भी तैनात है। उन्हें अंदर जाने के लिए जेएनयू प्रशासन की मंजूरी का इंतजार है।
जेएनयू में सुरक्षा इंतजाम होंगे पुख्ता, जांच जारी
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक बार फिर छात्र नजीब अहमद को खोजने के लिए प्रतिबद्धता जताई है। बुधवार को कुलपति प्रो. एम जगदीश कुमार ने जेएनयू के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक प्रेसवार्ता में मीडिया को बताया कि इस मामले में एक आंतरिक जांच प्रॉक्टर के निर्देशन में चल रही है। कैंपस में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि नजीब अहमद को खोजना हमारी प्राथमिकता है।
कुलपति ने बताया कि जेएनयू कैंपस में सभी गेटों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे। डीन स्टूडेंट वेलफेयर ने सभी हास्टल में जांच के आदेश दिए हैं। आवासीय कमरों में भी नजीब की पहचान और उसे खोजने से संबंधित पर्चे दिए जा रहे हैं।
रेक्टर एक, प्रो.चिंतामणि महापात्रा ने कहा कि जेएनयू में इस तरह के मामले काफी कम होते हैं। हमने सुरक्षा एजेंसी सहित तमाम विभागों को लिखित निर्देश दिए हैं। दिल्ली पुलिस सहित अन्य एजेंसियां उसे ढूंढने में लगी हैं।
उन्होंने कहा कि हमने नजीब के परिवारवालों से भी बात की है। पुलिस भी हर तरह की अपडेट हमें दे रही है।
उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में नजीब ने स्वयं स्वीकारा कि उसने थप्पड़ मारा है हमने इस मामले की जानकारी पुलिस को भी दी है। यह सांप्रदायिक मामला नहीं है। हम नजीब से भी अपील करते हैं कि वह वापस आए जाए हम सब उसकी हर संभव मदद करेंगे।
जेएनयू के प्राक्टर प्रो.एके डिमरी ने बताया कि 14 अक्टूबर की घटना के बाद हमने 12 लोगों को नोटिस देकर उनको 21 अक्टूबर को प्रस्तुत होने के लिए कहा है। इसमें एबीवीपी के नेता सौरभ कुमार भी हैं। जेएनयू प्रशासन सभी पक्षों के साथ बातचीत कर रहा है। डीन स्टूडेंट वेलफेयर ने बताया कि सभी हॉस्टलों की जांच हुई है और अन्य स्थानों पर भी तलाशा जा रहा है।
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