संस्कृत के पर्चे में छात्र ने बयां किया डर, लिखा- धमका रहा है 'व्हेल'
छात्र ने प्रश्न-पत्र की कॉपी में अपनी वेदना व्यक्त करते हुए लिखा कि 'व्हेल' उसे अंतिम टास्क में आत्महत्या करने के लिए धमका रहा है।
राजगढ़ (नई दुनिया प्रतिनिधि)। सुसाइड गेम 'ब्लू व्हेल' के भंवर में फंसा उत्कृष्ट विद्यालय खिलचीपुर की दसवीं का छात्र अगस्त से स्कूल नहीं गया था। माता-पिता को इसकी भनक तक नहीं थी।
छात्र ने त्रैमासिक परीक्षा में 16 सितंबर को हुए संस्कृत के प्रश्न-पत्र की कॉपी में अपनी वेदना व्यक्त करते हुए लिखा था कि 'व्हेल' उसे अंतिम टास्क में आत्महत्या करने के लिए धमका रहा है। उससे कहा जा रहा है कि अगर ऐसा नहीं किया तो उसके माता--पिता की हत्या कर दी जाएगी। यह खुलासा तब हुआ, जब शिक्षक ने तिमाही परीक्षा की कॉपी जांची।
गुरुवार सुबह प्राचार्य आनंदीलाल नामदेव छात्र के घर पहुंचे और उसे समझाया। इसके बाद छात्र का डर थोड़ा कम हुआ और उसने कहा 'सर मैं अब पढ़ाई में मन लगाऊंगा।' प्राचार्य नामदेव एवं पिता राधेश्याम का कहना है कि छात्र के मन में अभी भी डर बना हुआ है। लगातार उसे समझाया जा रहा है। एसडीएम प्रवीण प्रजापति और महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी भी छात्र की काउंसलिंग कर रहे हैं।
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