नेता विपक्ष पर अगले चार दिनों में फैसला लेंगी लोकसभा स्पीकर
लोकसभा में नेता विपक्ष कौन होगा, अगले चार दिनों में इसका पता चल जाएगा। लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा है कि वे सभी नियमों और अटॉर्नी जनरल के पत्र को देखकर अगले चार दिनों में इस बात का फैसला ले लेंगी। महाजन ने कहा कि फैसला लेने के लिए उन्हें किसी से कोई व्यक्तिगत निर्देष नहीं मिला
नई दिल्ली। लोकसभा में नेता विपक्ष कौन होगा, अगले चार दिनों में इसके बारे में पता चल जाएगा। लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा है कि वे सभी नियमों और अटॉर्नी जनरल के पत्र को देखकर अगले चार दिनों में इस बात पर फैसला ले लेंगी।
महाजन ने कहा कि फैसला लेने के लिए उन्हें किसी से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है और वे नियमों के तहत ही अपना फैसला लेंगी। उन्होंने कहा कि वे सभी नियमों के साथ-साथ अटॉर्नी जनरल के पत्र को भी देखेंगी। स्पीकर ने कहा कि इन सभी को देखने के बाद ये पता चलेगा कि इसमें क्या है और क्या नहीं। अगले एक से चार दिनों के भीतर वे इस मुद्दे पर फैसला ले लेंगी।
पिछले कुछ उदाहरण को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कई मौकों पर नेता विपक्ष नहीं चुना गया था। पहली बार 1969 में नेता विपक्ष चुने गए थे। इससे पहले किसी भी दूसरी पार्टी को एक से दस सीटें भी नहीं आई थीं। इसके अलावा 1980 और 1984 में भी नेता विपक्ष नहीं था।
गौरतलब है कि नेता विपक्ष के लिए मौजूदा सदस्यों की दस फीसद संख्या दूसरी पार्टी के पास होना चाहिए। इस नियम के तहत 550 सदस्यों वाले सदन में कांग्रेस के पास महज 44 सीटें हैं और उसके पास नेता विपक्ष के लिए पर्याप्त सीटों की संख्या से 11 सीटें कम हैं।
पढ़ें: कांग्रेस को नहीं मिलेगा नेता विपक्ष का दर्जा, अटॉर्नी जनरल ने भेजी राय
पढ़ें: चुनावी खर्च पर मोदी, सोनिया और राहुल के खिलाफ सुनवाई अगले सप्ताह