चैंपियंस ट्रॉफी में इन दोनों भारतीयों ने बनाए सबसे ज्यादा रन, फिर भी हुई थी 'नाइंसाफी'
इन दोनों भारतीय बल्लेबाजों के साथ चैंपियंस ट्रॉफी में हुई थी नाइंसाफी।
नई दिल्ली, संजय सावर्ण। चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में कुछ बातें ऐसी हुई हैं जिसके बारे में जानकर भारतीय क्रिकेट फैंस को काफी निराशा होगी। दरअसल ये वाकया वर्ष 2000 और 2002 में हुआ था। इन वर्षों में इन दो भारतीय बल्लेबाजों ने सबसे ज्यादा रन बनाए थे फिर भी उनके साथ नाइंसाफी हुई थी।
आखिरकार क्या हुआ था इन दोनों भारतीय बल्लेबाजों के साथ
वर्ष 2000 में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और ओपनर बल्लेबाज सौरव गांगुली ने अपने बल्ले का दम जमकर दिखाया था। इस पूरे टूर्नामेंट के दौरान गांगुली ने कुल 348 रन बनाए थे और पूरे टूर्नामेंट के दौरान वो सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे लेकिन इस वर्ष किसी भी खिलाड़ी को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब नहीं दिया गया। हालांकि गांगुली इस खिताब के सबसे बड़े दावेदार थे। इसी वर्ष भारतीय गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 8 विकेट चटकाए थे।
अब बात करते हैं वर्ष 2002 में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी की। इस सीरीज में एक बार फिर पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने सबसे ज्यादा 271 रन बनाए थे। टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने की वजह से वो प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट के हकदार थे लेकिन इस बार भी किसी भी खिलाड़ी को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट नहीं चुना गया।
वर्ष 2013 में रहा धवन और जडेजा का जलवा
वर्ष 2013 में धौनी की कप्तानी में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था और इसमें भारतीय बल्लेबाज शिखर धवन और स्पिनर रवींद्र जडेजा ने धमाल मचाया था। धवन ने सीरीज में सबसे ज्यादा 363 रन बनाए थे जबकि जडेजा ने सबसे ज्यादा 12 विकेट लिए थे। धवन को उनकी शानदार बल्लेबाजी के लिए प्येयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था।