हरियाणा में चुनावी चुनौती का नेतृत्व खुद करेगी सोनिया
लोकसभा चुनावों में करारी हार के बाद उपचुनावों में मिली जीत से राहत महसूस कर रही कांग्रेस महाराष्ट्र और हरियाणा में सत्ता बचाने की चुनौती से मुकाबिल है। पार्टी के लिए बेहद अहम माने जा रहे इन चुनावों से पहले कांग्रेस आलाकमान ने कठिन समय में कार्यकर्ताओं से एक होकर चुनावी लड़ाई लड़ने का आह्वान किया है। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कार्यकर्ताओं की मनुहार करते हुए कांग्रेस की गरिमा बहाली के लिए काम करने की अपील की है।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। लोकसभा चुनावों में करारी हार के बाद उपचुनावों में मिली जीत से राहत महसूस कर रही कांग्रेस महाराष्ट्र और हरियाणा में सत्ता बचाने की चुनौती से मुकाबिल है। पार्टी के लिए बेहद अहम माने जा रहे इन चुनावों से पहले कांग्रेस आलाकमान ने कठिन समय में कार्यकर्ताओं से एक होकर चुनावी लड़ाई लड़ने का आह्वान किया है। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कार्यकर्ताओं की मनुहार करते हुए कांग्रेस की गरिमा बहाली के लिए काम करने की अपील की है।
केंद्र की सत्ता गंवाने के बाद राज्यों में राजनीतिक जमीन बचाने की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनावों में वापसी की बात कही है। पार्टी के आंतरिक सर्वे में महाराष्ट्र की अपेक्षा हरियाणा में सफलता की ज्यादा संभावना होने के संकेतों के बाद कांग्रेस ने दिल्ली से सटे इस राज्य में आक्रामक प्रचार अभियान चलाने का फैसला किया है। सर्वे में महाराष्ट्र में पार्टी की पतली हालत के मद्देनजर कांग्रेस ने भविष्य की संभावनाओं के मद्देनजर एनसीपी के साथ संबंधों को लेकर सौम्य रहने के संकेत दिए हैं।
हरियाणा में कांग्रेस की चुनौती का नेतृत्व सोनिया गांधी खुद करेंगी। वह शनिवार को सिरसा व महम में रैली कर पार्टी के प्रचार अभियान को गति देंगी। प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी से राज्य की सभी सीटों के लिए समय मांगा था। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान ने राज्य में दस रैलियों के लिए सहमति दी है। इनमें से ज्यादातर को पार्टी के दोनों शीर्ष नेता संबोधित करेंगे। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर के मुताबिक 'हरियाणा में भाजपा के पास जमीनी कार्यकर्ता नही हैं और वह दूसरे दलों से आने वाले नेताओं के सहारे मैदान में है। तंवर ने कहा, लोकसभा चुनावों के साथ ही मोदी लहर खत्म हो चुकी है और कांग्रेस राज्य में शानदार वापसी करने को तैयार है। हरियाणा के विकास को देश में सबसे बेहतर बताते हुए उन्होंने राज्य को गुजरात से भी अधिक विकसित राज्य बताया।