कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया केंद्र पर गरजीं, मोदी कोई शहंशाह नहीं
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आज रायबरेली पहुंचीं। उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधा और कहा कि मोदी प्रधानमंत्री हैं कोई शहंशाह नहीं जो जश्न मना रहे हैं। जीवन में उन्होंने ऐसे आयोजन नहीं देखे जब सूखे से परेशान किसान आत्महत्या कर रहे हों और सरकार जश्न मनाए।
लखनऊ। आज अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली दौरे पर पहुंचीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार के दो साल पूरे होने पर मनाए जा रहे कार्यक्रमों पर सवाल उठाया और कहा कि मोदी प्रधानमंत्री हैं कोई शहंशाह नहीं जो जश्न मना रहे हैं। अपने जीवन में उन्होंने ऐसे आयोजन नहीं देखे जब सूखे से परेशान किसान आत्महत्या कर रहा हो और सरकार जश्न मनाए।
वाड्रा पर लगे आरोपों को बताया षड्यंत्र
सोनिया ने गुस्से भरे लहजे में मोदी के कांग्रेसमुक्त भारत नारे को षड्यंत्र करार दिया। कांग्रेस पर लगातार बढ़ रहे हमलों से आहत सोनिया से जब मीडिया ने राबर्ट वाड्रा पर लगाए जा रहे आरोपों के बारे में पूछा तो उन्होंने इसे षड्यंत्र बताया। कहा कि कांग्रेस और उनके परिवार को बदनाम करने की कोशिश हो रही है। सभी आरोपों की निष्पक्ष जांच करा दी जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
राज्य सरकार पर चुप्पी समर्थकों को अखरी
कांग्रेस अध्यक्ष केंद्र सरकार पर भले ही जमकर बरसीं लेकिन राज्य सरकार के खिलाफ उनका एक शब्द भी नहीं बोलना समर्थकों को भी अखर रहा था। ग्राम बधुआ के निवासी 22 वर्षीय अमर चंद के साथ आए युवाओं में स्थानीय सपा विधायकों के खिलाफ भी जबरदस्त नाराजगी थी। करीब तीन माह के बाद रायबरेली पहुंचीं सोनिया के स्वागत को लेकर क्षेत्रीय जनता में उत्साह नहीं दिखा। कांग्रेस कार्यकर्ता इसके पीछे भीषण गर्मी को कारण बता रहे थे। दरीबां के निवासी रामसुमेरू का कहना था कि लोग पीने के पानी का तरस रहे हैं, ऐसे में भला कौन कार्यक्रमों में आएगा। जो लोग जुटे भी थे उसमें से अधिकतर विधानसभा के चुनाव का टिकट चाहने वालों ने जुटाए थे। ये लोग सोनिया गांधी जिंदाबाद से अधिक नारे अपने नेताओं के लगा रहे थे।
लोगों ने रोया बिजली, पानी-सड़क का रोना
सोनिया गांधी ने डलमऊ, दरीबां और मनहेरू में दो सौ करोड़ रुपये से अधिक के विकास कायों का शिलान्यास और लोकापर्ण किया। इसके अलावा वापसी के दौरान रास्ते में पडऩे वाले गांवों के लोगों से भी वह मिलीं। लोगों ने जर्जर सड़कों, सिंचाई और पेयजल की किल्लत का रोना रोया। ग्राम बनई मऊ के निवासी हरीशंकर तिवारी ने आरोप लगाया कि उनके गांव में चार पांच हैंडपंप के सहारे ही ग्रामीणों की प्यास बुझ पा रही है। उदयराज सिंह को शारदा सहायक नहर में पानी नहीं आने की शिकायत थी। सूखे में बेहाल किसानों की सुनवाई न होने से खफा सुरेंद्र मौर्य ने आरोप लगाया कि चुनाव नजदीक आते ही सड़कों के शिलान्यास की याद आयी है। दिसौरा चौराहे से दिमरी तक करीब 37 किलोमीटर लंबी सड़क तीन साल से चलने लायक नहीं रह गयी थी। अब चुनाव निकट आते ही सड़क सुधार की जरूरत महसूस हो रही है। उनका कहना था कि क्षेत्र की अधिकतर सड़कें बदहाल हैं।
दौरे ने दिए चुनावी तैयारी के संकेत
कांग्रेस अध्यक्ष के इस दो दिवसीय दौरे को आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी से जोड़कर भी देखा जा रहा है क्योंकि गत वर्ष 2012 के चुनाव में रायबरेली जिले में कांग्रेस खाली हाथ रही थी। जिले की छह विधानसभा सीटों में से एक पर भी कांग्रेस नहीं जीत सकी थी। पांच सीटें समाजवादी पाटी के खाते में गयीं और एक पीस पार्टीं के पास रही। इसीलिए कांग्रेस वर्ष 2017 में अपनी हालत सुधार कर वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव की नींव मजबूत करने की कोशिश में जुट गयी है। जिले के प्रमुख नेताओं के साथ गेस्ट हाउस में बैठक कर सोनिया ने स्थानीय संगठन का हाल जाना और यूपीए सरकार के शासनकाल में लागू की गयीं योजनाओं के बारे में अधिक से अधिक प्रचार करने पर जोर दिया। गरीबों को भोजन का अधिकार दिलाने के लिए अभियान चलाने के निर्देश भी दिए।
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गौरतलब है कि 2009 में हथियारों के एक विवादित सौदेबाज द्वारा लंदन में रॉबर्ट वाड्रा को बेनामी घर खरीद कर देने के मामले की सरकार ने जांच शुरू कर दी है। रॉबर्ट वाड्रा के वकीलों ने इन आरोपों का पूरी तरह से खंडन किया है। इस मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीय सुरजेवाला ने कहा, कांग्रेस के विरोधियों द्वारा रॉबर्ट वाड्रा को सुव्यावस्थित ढंग से निशाना बनाया जा रहा है। बता दें कि इस संबंध में जांच रिपोर्ट वित्त मंत्रालय के पास भेज दी गई है, जिसकी फिलहाल समीक्षा की जा रही है। ये रिपोर्ट कथित रूप से वाड्रा और उनके सहयोगी मनोज अरोड़ा द्वारा भेजी गई ई-मेल पर आधारित है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रॉबर्ट वाड्रा और उनके सहयोगी ने लंदन स्थित घर के बारे में कई ई-मेल भेजे थे। इनमें पेमेंट और घर के रेनोवेशन जैसी बातों का जिक्र है।
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अपरान्ह सदर तहसील के दरीबा में केंद्रीय सड़क निधि से बनी सड़कों के शिलान्यास का कार्यक्रम है। वह शाम को मनेहरू में पीएमजीएसवाई व एमपी लैड्स से बनी सड़कों का लोकार्पण करेंगी। एक जून की सुबह वह भुएमउ गेस्ट हाउस में आम जनता की समस्याएं सुनेंगी। सांसद बचत भवन में अनुश्रवण समिति की बैठक में शिरकत करेंगी।