पटेल की जीत के बाद गुजरात के विधायकों से मिली सोनिया गांधी, पीठ थपथपाई
इस बैठक के बारे में राहुल गांधी ने ट्वीट कर बताया कि गुजरात से कांग्रेस के विधायकों और नेताओं के साथ बैठक अच्छी रही।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस हाईकमान ने गुजरात राज्यसभा चुनाव में पार्टी के प्रति वफादारी निभाने वाले सभी 44 विधायकों का तहेदिल से शुक्रिया किया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इन विधायकों और गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से हुई मुलाकात में साफ संदेश दिया कि पार्टी के इन निष्ठावान नेताओं को उचित समय पर इसका इनाम मिलेगा। इस मुलाकात के दौरान कांग्रेस नेतृत्व ने इन नेताओं से गुजरात विधानसभा चुनाव की रणनीति को लेकर भी चर्चा की।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को गुजरात के विधायकांे और वरिष्ठ नेताओं को मिलने के लिए बुलाया था। गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष भरत सोलंकी की अगुआई में सभी विधायक हाईकमान से मिलने पहुंचे थे। दस जनपथ पर हुई इस मुलाकात के दौरान सोनिया के साथ राहुल गांधी, गुजरात के प्रभारी महासचिव अशोक गहलोत और राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के स्टार के रुप में सामने आए अहमद पटेल भी मौजूद थे। सोनिया ने भाजपा के तमाम हथकंडों और केंद्र सरकार की एजेंसियों के तमाम डराने-धमकाने के प्रयासों के बावजूद विधायकों के निष्ठा नहीं बदलने की सराहना की। साथ ही कहा कि पार्टी की विचारधारा के प्रति अडिग रहने की वजह से न केवल कांग्रेस को राज्यसभा चुनाव में कामयाबी मिली बल्कि लोकतंत्र और सच्चाई की जीत हुई।
राहुल गांधी ने विधायकों से हुई मुलाकात को लेकर एक ट्वीट में कहा कि उनके साथ बैठक बहुत अच्छी रही। विधायकों का शुक्रिया करने के बाद सोनिया और राहुल ने गुजरात चुनाव को लेकर भी उनसे चर्चा की। इसमें साफ तौर पर भाजपा की राजनीति की धारा और शैली का पूरी ताकत से मुकाबला करने पर हाईकमान ने जोर दिया। इस बैठक में मौजूद प्रदेश के वरिष्ठ नेता शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि सोनिया गांधी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि कांग्रेस केवल चुनाव जीतने की राजनीति नहीं करती बल्कि महात्मा गांधी के बुनियादी मूल्यों को कायम रखने में विश्वास रखती है। कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात के बाद इन विधायकों को तिरूपति बालाजी के दर्शन कराने के लिए ले जाया जाएगा।
गौरतलब है कि राज्यसभा चुनाव में अहमद पटेल को शिकस्त देने की भाजपा ने जबरदस्त बिसात बिछाई थी। इस क्रम में कांग्रेस छोड़ने वाले शंकर सिंह वाघेला और उनके समर्थक विधायकों ने तो पाला बदल ही लिया था। कई कांग्रेस विधायकों को तोड़ने की भी तैयारी थी और इसकी भनक लगते ही पार्टी ने इन 44 विधायकों को कर्नाटक के एक रिसार्ट में भेज दिया था। राज्यसभा चुनाव से ठीक एक दिन पहले सभी विधायक अहमदाबाद लौटे। मतदान के दिन विधायकों को वोट डालने के बाद ही अपने घर जाने की इजाजत दी गई।
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