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श्रीनिवास की मौत से दुखी वैंकेया ने की शांति बनाए रखने की अपील

केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने सभी से विशेषकर आंध्र प्रदेश के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। अमेरिका में नस्ली हिंसा का शिकार युवा इंजीनियर श्रीनिवास का शव आज हैदराबाद लाया जाएगा।

By Mohit TanwarEdited By: Published: Sat, 25 Feb 2017 09:48 PM (IST)Updated: Sun, 26 Feb 2017 01:23 PM (IST)
श्रीनिवास की मौत से दुखी वैंकेया ने की शांति बनाए रखने की अपील
श्रीनिवास की मौत से दुखी वैंकेया ने की शांति बनाए रखने की अपील

हैदराबाद (आइएएनएस)। अमेरिका में नस्ली हिंसा का शिकार युवा इंजीनियर श्रीनिवास कुचीभोटला का शव सोमवार को हैदराबाद लाया जाएगा। इस बीच केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने सभी से विशेषकर आंध्र प्रदेश के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही उन्‍होंने अमेरिका से शांति की अपील करते हुए इस तरह के मामलों में सख्‍त कार्रवाई करने की भी अपील की है। वहीं दूसरी आेर तेलंगाना के मंत्री केटी रामा ने बताया कि कुचीभोटला के शव के साथ पत्नी सुनयना दुमाला और अन्य रिश्तेदार भी आएंगे। इससे पहले रामा ने मारे गए इंजीनियर के माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी।

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श्रीनिवास के पिता मधुसूदन शास्त्री और माता पर्वता वर्धिनी का रो-रोकर बुरा हाल था। उन्होंने कहा कि अब कोई सरकार उनके बेटे को वापस नहीं ला सकती। इसलिए आगे से इस तरह की घटनाओं को रोकने का प्रयास किया जाना चाहिए, ताकि किसी पिता को यह दिन न देखना पड़े। इस बीच श्रीनिवास की पत्नी ने कहा कि 'नफरत के चलते हुई इस हिंसा में अमेरिकी सरकार क्या करने जा रही है'। मीडिया से बात करते हुए वो भावुक हो गई थी।

अमेरिका में नस्लीय हमले में जान गंवाने वाले भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचीभोटला की पत्नी सुनयना डुमाला ने कहा कि उन्हें पहले ही यहां रहने पर संदेह था। लेकिन श्रीनिवास ने आश्वस्त किया था कि अमेरिका में अच्छी चीजें होती हैं। जीपीएस बनानेवाली कंपनी गार्मिन की ओर से आयोजित एक प्रेस वार्ता में सुनयना बोलीं कि अमेरिका में पक्षपात की खबरें अल्पसंख्यकों में डर पैदा करती हैं।

अपना यह डर जाहिर करते हुए सवाल किया कि ‘क्या हम यहां से नाता रखते हैं? क्या हमारा वाकई अमेरिका से वास्ता है। मालूम हो कि श्रीनिवास गार्मिन में ही काम करते थे। उन्होंने कहा कि अब वो देखना चाहती हैं कि अमेरिकी सरकार ऐसे अपराधों को रोकने के लिए क्या कदम उठायेगी. मेरी तरह कई लोग गोलीबारी की घटनाओं से चिंतित हैं। यह घटना उस वक्त हुई है, जब राष्ट्रपति ट्रंप के सत्ता में आने के बाद से ही अमेरिका में नस्ली हमलों और कट्टरपंथी कृत्यों में बढ़ोतरी हुई है।

इस बीच ह्यूस्टन में भारत के महावाणिज्य दूत अनुपम राय मौजूदा स्थिति का निरीक्षण किया. कंसास के ऑलेथ इलाके में रहनेवाले भारतीय समुदाय को खुद हर संभव मदद मुहैया करवा रहे हैं. डिप्टी काउंसल आरडी जोशी और वाइस काउंसल एच सिंह श्रीनिवास के परिजनों के साथ वहां मौजूद हैं. दोनों अफसरों ने घटना में घायल अलोक मदसनी से मुलाकात की.

गुरुवार को कंसास शहर के ओलेथ इलाके में एक शख्स ने श्रीनिवास समेत तीन लोगों को गोली मार दी थी। ये तीनों उस वक्त ऑस्टिन बार एंड ग्रिल नाम के रेस्तरां में बैठे थे. गोली चलाने वाला एडम पुरिंटन नाम का शख्स पूर्व नौसैनिक है। एडम ने गोली चलाने से पहले चिल्लाकर कहा था कि आतंकियों, मेरे देश से निकल जाओ, गोलीबारी में एक भारतीय सहित दो युवक घायल हो गये थे। 

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