सरकार की रडार पर अमीर बाबा, SIT करेगी धन-दौलत की जांच
समूचे भारत में कुकुरमुत्ते की तरह फैल रहे बाबाओं के प्रभुत्व पर अब एसआईटी नजर गड़ाए हुए है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई एसआईटी का काम देश-विदेश में छुपे कालेधन का पता लगाना है।
नई दिल्ली। समूचे भारत में कुकुरमुत्ते की तरह फैल रहे बाबाओं के प्रभुत्व पर अब एसआईटी नजर गड़ाए हुए है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई एसआईटी का काम देश-विदेश में छुपे कालेधन का पता लगाना है। एसआईटी बाबाओं की संपत्ति और संपत्ति बनाने के जरिये पर निगरानी रखने की योजना तैयार कर रही है।
गौर हो कि बीते कुछ दिनों से अमीर बाबाओं के दोहरे जीवन की कहानियां मीडिया की सुर्खियों में छाई हुई हैं। उड़ीसा में सारथी बाबा हों.. या फिर हरियाणा में बाबा रामपाल और पंजाब में राधे मां, ऐसे बाबाओं की फेहरिस्त लंबी है जो अपारंपरिक प्रथाओं को अपनाकर एक आम आदमी से धर्म गुरू बन गए। कम समय में इन बाबाओं ने अपने फैन की लंबी फौज भी खड़ी कर ली।
एसआईटी ने इस हफ्ते राज्य की जांच एजेंसियों की मदद से इन बाबाओं की संपत्ति का सोर्स पता लगाने का फैसला किया है। इस काम के लिए एसआईटी ने राज्य सरकारों की आर्थिक आपराध शाखा की मदद लेने का फैसला किया है।
सारथी बाबा से शुरू होगी एसआईटी की जांच
एसआईटी की यह जांच हाल ही में गिरफ्तार हुए उड़ीसा के सारथी बाबा से शुरू होगी। दो सप्ताह पहले उड़ीसा पुलिस ने सारथी बाबा यौन शोषण के आरोपों में गिरफ्तार किया था। सारथी बाबा पर धोखाधड़ी और जालसाजी के केस भी दर्ज हैं। सारथी बाबा ऐसे पहले बाबा होंगे जोकि एसआईटी जांच के घेरे में आएंगे।