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रामनाथ कोविंद पर बदले शिवसेना के सुर, समर्थन देने का किया फैसला

शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा था कि दलित समाज का मत पाने के लिए यदि दलित नाम दिया जा रहा है, तो उसमें उनकी कोई रुचि नहीं है।

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Tue, 20 Jun 2017 07:49 PM (IST)Updated: Tue, 20 Jun 2017 08:55 PM (IST)
रामनाथ कोविंद पर बदले शिवसेना के सुर, समर्थन देने का किया फैसला
रामनाथ कोविंद पर बदले शिवसेना के सुर, समर्थन देने का किया फैसला

 नई दिल्ली, जेएनएन। राष्ट्रपति पद के लिए राजग के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को शिवसेना समर्थन देगी। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने पार्टी के नेताओं के साथ बैठक के बाद मंगलवार शाम यह घोषणा की।

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उद्धव ने कहा कि दो दिन पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मैंने कहा था कि राजग के उम्मीदवार का नाम तय होने के बाद हम अपने शीर्ष नेताओं से चर्चा कर समर्थन का फैसला करेंगे। सोमवार को राजग उम्मीदवार के रूप में रामनाथ कोविंद का नाम तय होने के बाद अमित शाह ने मुझे फोन किया। तब मैंने उनसे कहा कि हम अपनी पार्टी के नेताओं के साथ विचार करके आपको बताएंगे। मंगलवार को हमारी बैठक में विचार किया गया कि रामनाथ कोविंद राजग के उम्मीदवार हैं। हम भी देश में चल रही राजग सरकार के घटक दल हैं। इसलिए हमने उन्हें समर्थन देने का फैसला किया है। हमारी पार्टी के सभी मत रामनाथ जी को ही मिलेंगे।

साथ ही उद्धव ने सोमवार शाम शिवसेना के स्थापना दिवस सम्मेलन में कही गई अपनी बात दोहराते हुए कहा कि जाति की राजनीति नहीं की जानी चाहिए। राष्ट्रपति पूरे देश का राष्ट्रपति होता है। किसी एक जाति के बजाय पूरे देश की अपेक्षाएं उससे होती हैं। उसी प्रकार हमारी अपेक्षाएं भी उनसे हैं। उसी अपेक्षा के साथ हम उन्हें पूर्ण समर्थन दे रहे हैं और हमारी शुभकामनाएं उनके साथ हैं। हम चाहते हैं कि देश उनके कार्यकाल में उन्नति करे। एक सवाल के जवाब में उद्धव ने कहा कि हमने अपनी तरफ से मोहन भागवत और डॉ. एमएस स्वामीनाथन का नाम सुझाया था। इन नामों को सुझाने का कोई कारण था। लेकिन अब वह समय नहीं रहा। अब हमारा समर्थन रामनाथ जी को ही है।

पिछले ढाई साल से भाजपा के साथ चल रहे तनावपूर्ण रिश्तों के बीच मंगलवार को उद्धव ने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा के साथ सिर्फ लड़ने के लिए लड़ते रहना हमारा उद्देश्य नहीं है। जो बात हमें उचित लगेगी, वहां हम भाजपा के साथ रहेंगे। जो बात हमें अनुचित लगेगी, हम उसका विरोध करेंगे।

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