लीबिया में टाइटैनिक जैसा हादसा, 700 लोग समुद्र में डूबे
लीबिया में आंतरिक संघर्ष से त्रस्त होकर शरण लेने यूरोप जा रहे सैकड़ों प्रवासी उस समय अपनी जान गंवा बैठे जब उनकी नौका भू-मध्यसागर में डूब गई। हादसे में सात सौ प्रवासियों के मारे जाने की आशंका है। पोप फ्रांसिस ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भविष्य में इस तरह के हादसों
रोम। लीबिया में आंतरिक संघर्ष से त्रस्त होकर शरण लेने यूरोप जा रहे सैकड़ों प्रवासी उस समय अपनी जान गंवा बैठे जब उनकी नौका भू-मध्यसागर में डूब गई। हादसे में सात सौ प्रवासियों के मारे जाने की आशंका है। पोप फ्रांसिस ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भविष्य में इस तरह के हादसों को रोकने की अपील की है।
इटली के तटरक्षक बल के मुताबिक यह हादसा लीबिया के तट से 96 किलोमीटर दूर हुआ। यह क्षेत्र इतालवी द्वीप लैंपेडूसा से तकरीबन 193 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है। इसे हाल के कुछ दशकों में हुई इसे सबसे बड़ी त्रासदी माना जा रहा है।
बता दें कि दक्षिण भूमध्यसागर में इस साल विभिन्न नौका दुर्घटनाओं में अब तक डेढ़ हजार से ज्यादा प्रवासियों की मौत हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) की प्रवक्ता कैरलेट्टा सैमी के मुताबिक नौका पर सात सौ से ज्यादा लोग सवार थे, जिनमें सिर्फ 28 को ही बचाया जा सका।
बकौल सैमी हादसे में बचे लोगों ने उन्हें बताया कि एक मालवाहक पोत को आते देख नौका पर सवार सभी लोग एक तरफ इकट्ठा हो गए, जिससे नौका डूब गई। प्रवासियों को उम्मीद थी कि पोत उनलोगों को बचाने के लिए आया था।
पिछले सप्ताह हुए दो नौका हादसों में 450 लोगों की मौत हो गई थी। माल्टा की नौसेना के मुताबिक स्थानीय समय के अनुसार शनिवार देर रात को हादसे की जानकारी मिली थी। नौसेना के प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि इटली के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय प्रवासी संगठन के मुताबिक लीबिया से इस साल अब तक बीस हजार लोग शरण के लिए इटली पहुंच चुके हैं।