मौसम ने बदला मिजाज, मैदान में रिमझिम, पहाड़ पर बर्फबारी
रुक-रुक हो रही बारिश, छिटपुट ओलावृष्टि और पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के साथ शनिवार को ठंड ने उत्तर भारत में पांव पसार लिए। राजधानी दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान के अधिकांश इलाके में बादल छाए रहे और रुक-रुककर बारिश होती रही। इसके चलते तापमान कई डिग्री सेल्सियस नीचे
नई दिल्ली [जागरण न्यूज नेटवर्क]। रुक-रुक हो रही बारिश, छिटपुट ओलावृष्टि और पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के साथ शनिवार को ठंड ने उत्तर भारत में पांव पसार लिए। राजधानी दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान के अधिकांश इलाके में बादल छाए रहे और रुक-रुककर बारिश होती रही। इसके चलते तापमान कई डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया।
उत्तराखंड के चारों धामों में बर्फबारी हुई है तो हिमाचल प्रदेश में भी रूई के फाहों की तरह गिरी बर्फ ने जमीन पर अपनी चादर बिछा दी। मौसम का यह मिजाज आने वाले 72 घंटे बने रहने की उम्मीद है। देश में सबसे कम तापमान शून्य से करीब दस डिग्री सेल्सियस नीचे कारगिल का रहा। राजस्थान में बिजली गिरने की घटना में पांच लोगों के मरने की खबर है। मौसम के बदलाव का असर परिवहन सेवाओं पर भी पड़ा है। कई दिन के इंतजार के बाद ठंडक ने शनिवार को अंगड़ाई ली। आकाश में बादल छाए और रिमझिम के साथ गिरते तापमान ने लोगों को चहारदीवारी में दुबकने को मजबूर कर दिया।
उत्तर प्रदेश में सबसे कम तापमान 3.1 डिग्री सेल्सियस शाहजहांपुर का रहा। मैदानी इलाकों में तो यह दशा रही लेकिन पहाड़ों में गिरी बर्फ ने लोगों की मुश्किल बढ़ा दी। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कई स्थानों पर रास्ता रुकने की खबर है जिससे लोग फंस गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में पहला हिमपात
हिमाचल प्रदेश में शनिवार को मौसम का पहला हिमपात हुआ। इससे समूचा प्रदेश ठंड की चपेट में आ गया। प्रदेश की ऊंची चोटियों और राजधानी शिमला में शुक्रवार देर रात से ही तेज हवा चलने लगी थी। शनिवार सुबह बारिश के साथ ही शिमला, नारकंडा, कुफरी, नालदेहरा, किन्नौर व लाहुल-स्पीति के अतिरिक्त कुल्लू और चंबा के अलावा ऊपरी क्षेत्रों में दिनभर हिमपात हुआ।
पर्यटन स्थल कुफरी, फागू और नारकंडा में भारी हिमपात होने के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-22 पर वाहनों की आवाजाही से बंद हो गई है। खड़ापत्थर में भारी हिमपात के कारण रोहड़ू के लिए जाने वाली सभी बसें या तो रास्ते में फंस गईं या फिर बर्फबारी के कारण गंतव्य के लिए रवाना ही नहीं हुईं। किन्नौर में भारी बर्फबारी के कारण हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है।
चारधाम में बर्फबारी, निचले इलाकों में बारिश
आसमान में उमड़े मेघों ने उत्तराखंड में चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री समेत ऊंची चोटियों को बर्फ की चादर ओढ़ा दी। यही नहीं, निचले इलाकों में लगभग सभी जगह हल्की फुहारें भी पड़ीं। सरोवरनगरी नैनीताल में भी हिमकण गिरे। बर्फबारी और बारिश के चलते पर्वतीय इलाकों में जहां कड़ाके की सर्दी पड़ रही है, वहीं मैदानी इलाकों को सूखी ठंड से निजात मिलने के साथ ही वहां भी ठिठुरन बढ़ गई है। अधिकतम तापमान में छह से सात डिग्री की गिरावट आई है। खेती और बागवानी के लिए बर्फबारी व बारिश को मुफीद माना जा रहा है।
कश्मीर घाटी व लद्दाख में शीतलहर
देश के एक अन्य पर्वतीय प्रदेश जम्मू-कश्मीर में भी कड़ाके की ठंडक पड़ रही है। शून्य से 10.2 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ कारगिल प्रदेश के सबसे ठंडा इलाका रहा जबकि पड़ोसी लेह में तापमान शून्य से 9.4 डिग्री नीचे रहा। राजधानी श्रीनगर का बीते 24 घंटे में न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। कश्मीर घाटी और लद्दाख इलाके के ज्यादातर स्थानों का न्यूनतम तापमान शून्य के आसपास है।
राजस्थान में मौसम का कहर
राजस्थान में शनिवार कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई। सहरिया बाहुल्य जिले बारां में ओले और आकाशीय बिजली गिरने से तीन किसानों की मौत हो गई। वहीं कोटा जिले में भी आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई है। जयपुर, उदयपुर, राजसमंद जिलों में भी बारिश हुई। बारिश के कारण प्रदेश में सर्दी बढ़ गई। चूरू एवं श्रीगंगानगर जिले सबसे अधिक सर्द रहे। बारिश के कारण धनिये व सरसों की फसल खराब हो गई।