मणिपुर चुनाव: इरोम शर्मिला का सुरक्षा लेने से इन्कार
मणिपुर में चुनाव प्रचार के दौरान इरोम शर्मिला ने कहा, 'मेरी किसी के साथ कोई दुश्मनी नहीं है। डरने की कोई बात नहीं है।'
इंफाल, प्रेट्र। अफस्पा के खिलाफ 16 साल तक अनशन पर रहने वाली मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला चानू ने सुरक्षा लेने से इन्कार कर दिया। चुनाव आयोग ने शर्मिला को सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया था। वह राज्य के मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी ओकराम इबोबी सिंह के खिलाफ थोबल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं।
शर्मिला ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि उनकी किसी के साथ कोई दुश्मनी नहीं है और उनको कोई डर भी नहीं है। उनको सुरक्षा कर्मियों से घिरे रहने का 'वीआइपी कल्चर' पसंद नहीं है और वह लोगों के बीच रहना चाहती हैं। दूसरी ओर, मणिपुर के अतिरिक्त मुख्य सचिव जे. सुरेश बाबू ने कहा कि आयोग ने उन्हें सुरक्षा देने का निर्देश दिया था।
इस बीच शर्मिला की पार्टी पीपुल्स रीसर्जेन्स एंड जस्टिस एलायंस (पीआरजेए) के समन्वयक इरेंड्रो ने बताया कि उनकी सुरक्षा के लिए राज्य सशस्त्र बल के छह जवानों को लगाया गया है। मणिपुर में विधानसभा चुनाव में दो चरणों में चार और आठ मार्च को मतदान होंगे।
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