राज्यसभा में जदयू के नेता पद से हटाए गए शरद यादव
भाजपा के साथ गठबंधन के बाद बागी तेवर अपनाए हुए शरद यादव को जदयू ने राज्यसभा में पार्टी के नेता पद से हटा दिया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भाजपा के साथ गठबंधन के बाद बागी तेवर अपनाए हुए शरद यादव को जदयू ने राज्यसभा में पार्टी के नेता पद से हटा दिया है। अब जदयू के सांसद आरसीपी सिंह सदन में पार्टी के नेता होंगे। पार्टी महासचिव संजय झा के नेतृत्व ने जदयू के सांसदों ने इस संबंध में राज्यसभा के नवनिर्वाचित सभापति वेंकैया नायडू को पत्र सौंप दिया है। भाजपा के साथ गठबंधन के विरोध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ दो दिन से बिहार का दौरा कर रहे शरद यादव को राज्यसभा में पार्टी के नेता से पद हटाने के लिए जदयू के प्रतिनिधिमंडल ने वेंकैया नायडू से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में जदयू के राज्यसभा के सात और लोकसभा के दो सांसदों के साथ-साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा भी मौजूद थे। पत्र में शरद यादव के पार्टी विरोधी गतिविधियों का हवाला देते हुए उन्हें सदन में पार्टी के नेता पद से हटाने और उनकी जगह सीआरपी सिंह को नेता बनाने का अनुरोध किया गया है।
माना जा रहा है कि वेंकैया नायडू कभी भी इस संबंध में फैसला ले सकते हैं। राज्यसभा में जदयू के 10 सांसद हैं, जिनमें अली अनवर को पार्टी शुक्रवार को ही निलंबित कर चुकी है। जबकि केरल से जदयू के राज्यसभा में सांसद भाजपा के साथ गठबंधन का विरोध कर रहे हैं। गौरतलब है कि शरद यादव के बागी तेवरों के बावजूद जदयू ने उन्हें 19 अगस्त को होने जा रही पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के लिए आमंत्रित किया था। लेकिन उसके पहले ही शरद यादव ने बिहार का दौरा शुरू कर दिया और अपनी रैलियों में नीतीश के फैसले को जनता के साथ धोखा बताने लगे। जाहिर है राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शरद यादव के शामिल होने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शरद यादव को भी पार्टी से निलंबित करने का फैसला लिया जा सकता है।
राजद में शामिल होने का औपचारिक निमंत्रण
शुक्रवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने नीतीश कुमार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल होने का औपचारिक निमंत्रण दिया। बिहार में भाजपा के साथ जदयू की सरकार बनने के साथ ही इसकी अटकलें लगाई जा रही थी। लेकिन नीतीश कुमार के साथ मुलाकात के दौरान अमित शाह ने औपचारिक तौर नीतीश कुमार को राजग में शामिल होने का न्यौता दिया। अमित शाह ने शनिवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। माना जा रहा है कि 19 अगस्त को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जदयू औपचारिक रूप से इस निमंत्रण को स्वीकार कर लेगा। इसके बाद केंद्र की मोदी सरकार में जदयू के मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है।