नक्सलवाद और लाल हिंसा के केंद्र से शुरू होगा शाह का अभियान
शाह मंगलवार को नक्सलबाड़ी के बूथ नंबर 93 पर जाएंगे। यह क्षेत्र दार्जीलिंग में आता है जहां से एसएस अहलूवालिया भाजपा सांसद हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली । लगातार जीत से उत्साहित भाजपा का विस्तार कार्यक्रम अब और आक्रामक होगा। इसका अंदाजा सिर्फ इससे लगाया जा सकता है कि बूथ तक कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचने की शुरूआत खुद पार्टी अध्यक्ष अमित शाह करेंगे और वह भी पश्चिम बंगाल के उस नक्सलबाड़ी से जहां से नक्सलवाद की शुरूआत हुई थी।
एक तरफ जहां शाह का यह अभियान अंतिम आदमी तक पहुंचने की कोशिश होगी वहीं पार्टी के उन कार्यकर्ताओं के साथ मजबूती दिखाने का भी संकेत होगा जो विपरीत राजनीतिक परिस्थितियों के कारण पीडि़त रहे हैं। शाह मंगलवार को नक्सलबाड़ी के बूथ नंबर 93 पर जाएंगे। यह क्षेत्र दार्जीलिंग में आता है जहां से एसएस अहलूवालिया भाजपा सांसद हैं।
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गौरतलब है कि संगठन विस्तार के लिए पार्टी ने सभी वरिष्ठ मंत्रियों व कार्यकारिणी सदस्यों के लिए 15 दिन का वक्त देने का आग्रह किया था। कार्यकर्ताओं से भी अपील की गई थी कि वह एक साल और छह माह के लिए वक्त दें। ऐसे लगभग चार हजार कार्यकर्ताओं ने रुचि दिखाई है। बूथ पर पहुंचने का नेतृत्व भी खुद शाह करेंगे। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जानकारी दी कि शाह मंगलवार से ही अपना बूथ दौरे का कार्यक्रम शुरू कर रहे हैं और इस दौरान वह पश्चिम बंगाल के साथ साथ, गुजरात, ओडिशा, लक्षद्वीप और तेलंगाना के बूथों पर जाएंगे। हर राज्य में वह तीन तीन दिन का वक्त गुजारेंगे।
नक्सलबाड़ी का चुनाव खासा राजनीतिक महत्व रखता है। ध्यान रहे कि पिछले दिनों में भाजपा ने पश्चिम बंगाल की जमीन पर खासी पैठ बनाई है। अब शाह का वहां रुकना कार्यकर्ताओं में और उत्साह भरेगा। जबकि उन वर्गो में भी संदेश देगा जो आर्थिक और सामाजिक भेदभाव के कारण नक्सलवादी की तरफ प्रभावित रहे थे।
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