आसाराम प्रकरण में आज दर्ज होंगे पीड़िता की मां के बयान
शाहजहांपुर की बहादुर बेटी को न्याय दिलाने के लिए आसाराम बापू के खिलाफ 11 माह से संघर्ष कर रही पीड़िता की मां बुधवार को कोर्ट में दिल का बोझ हल्का करेगी। जोधपुर ट्रायल कोर्ट में आज पीड़िता की मां के मुख्य बयान दर्ज होंगे। इस दौरान आसाराम के वकील जिरह भी कर सकते हैं। पीड़िता के बयान पूर्व में ही दर्ज किए जा चुके
लखनऊ। शाहजहांपुर की बहादुर बेटी को न्याय दिलाने के लिए आसाराम बापू के खिलाफ 11 माह से संघर्ष कर रही पीड़िता की मां बुधवार को कोर्ट में दिल का बोझ हल्का करेगी। जोधपुर ट्रायल कोर्ट में आज पीड़िता की मां के मुख्य बयान दर्ज होंगे। इस दौरान आसाराम के वकील जिरह भी कर सकते हैं। पीड़िता के बयान पूर्व में ही दर्ज किए जा चुके हैं।
15 जुलाई को पीड़िता की मां और 17 जुलाई को पीड़िता के पिता के बयान दर्ज होने थे, लेकिन जोधपुर कोर्ट में वकीलों की हड़ताल के कारण मंगलवार को पीड़िता की मां के सिर्फ हस्ताक्षर कराए गए। बयान के लिए 16 जुलाई की तिथि नियत कर दी गई है।
झुकी आसाराम की नजर:
जोधपुर कोर्ट में दुष्कर्म पीड़िता के मां-बाप को सामने देख आसारम की निगाह झुक गई। बारह साल तक जिस शख्स को उन्होंने भगवान की तरह पूजा, वह उनसे नजरें भी न मिला सका। पीड़िता की मां पति के साथ कोर्ट में गवाही के लिए पहुंची थी। पीड़िता के पिता ने बताया कि सफेद वस्त्र व लाल पगड़ी पहने आसाराम कोर्ट में आए, लेकिन पत्नी समेत उन्हें देख नजर झुका ली।
आसाराम के माथे पर तांत्रिक छाप:
अदालत आए आसाराम के माथे पर तांत्रिक छाप दिखी। पीड़िता के पिता ने बताया कि आसाराम उन्हें प्रभावित करने के लिए गेंदा व कनेर के फूल का तांत्रिक तिलक लगाकर आए थे।
प्रवचन के दौरान आसाराम कहा करते थे कि कोर्ट कचहरी व पंचायत के दौरान यदि कनेर व गेंदा के फूल का तिलक बाएं से दाईं ओर तीन अंगुलियों से लगाया जाए तो सामने वाला तिलक को देख प्रभावित हो जाएगा। प्रवचन की यह छाप आसाराम के माथे पर साफ दिखाई दी।
अब होम्योपैथी की डिमांड:
जोधपुर ट्रायल कोर्ट में आसाराम ने होम्योपैथी उपचार के लिए प्रार्थना पत्र दिया है। जज ने हालांकि अभी सुनवाई नहीं की है। पीड़िता के पिता ने कहा कि इससे पूर्व आसाराम आयुर्वेदिक उपचार के लिए समय मांग कर कोर्ट का समय बर्बाद कर चुके हैं।