इजरायल के गाजा पर हमले के सात दिन..
युद्ध विभीषिका झेल रहे गाजा में इजरायल की कार्रवाई को एक हफ्ता सोमवार को पूरा हो गया। इजरायली किशोर के अपरहण और उसकी हत्या के बाद सुलगे इस पूरे मुद्दे में ऐसे कई अहम पेंच हैं जिनमें न केवल गाजा-इजरायल, फिलस्तीन बल्कि पूरी दुनिया उलझ कर रह गई है। इस बीच सोमवार को फिलस्तीनी स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि इजरायल की
युद्ध विभीषिका झेल रहे गाजा में इजरायल की कार्रवाई को एक हफ्ता सोमवार को पूरा हो गया। इजरायली किशोर के अपरहण और उसकी हत्या के बाद सुलगे इस पूरे मुद्दे में ऐसे कई अहम पेंच हैं जिनमें न केवल गाजा-इजरायल, फिलस्तीन बल्कि पूरी दुनिया उलझ कर रह गई है। इस बीच सोमवार को फिलस्तीनी स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि इजरायल की ओर से गाजा पर किए जा रहे हमलों में अब तक 172 फिलस्तीनी मारे जा चुके हैं और 1200 से भी ज्यादा घायल हो चुके हैं। इजरायल के हमलों के कारण 70 हजार से भी ज्यादा लोगों को गाजा छोड़कर जाना पड़ा है और फिलहाल यूएन के रिफ्यूजी शेल्टर में 17,000 से ज्यादा लोग बतौर शरणार्थी रह रहे हैं। इन आंकड़ों से साफ है कि इजरायल के इस ऑपरेशन की काफी बड़ी कीमत गाजा को चुकानी पड़ रही है। गाजा में पिछले एक हफ्ते में 172 से ज्यादा लोग मौत के घाट उतारे जा चुके हैं जिसमें से सबसे ज्यादा 54 लोग सोमवार की कार्रवाई में मरे हैं। जाहिर है यही वजह है कि अब फिलिस्तीन इस मामले में यूएन से चार्ज लेने की अपील कर रहा है और उसने बकायदा यहां यूएन ट्रूप्स की तैनाती की गुजारिश की है।
किसका था वो ड्रोन?
गाजा में लेवल तीन चेतावनी जारी करने के बाद सोमवार को इजरायल द्वारा की गई कार्रवाई में किसी भी दिन में अक तक की सबसे ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैं। सोमवार के हमले में गाजा के 54 नागरिकों की मौत हो गई जिसमें हमास के वॉलेंटियर्स भी शामिल हैं। इसी बीच फिलस्तीन के प्रेसीडेंट महमूद अब्बास ने यूएन से अपील की कि वो गाजा में इजरायल की कार्रवाई को रोकें और वहां संयुक्त राष्ट्र सुरक्षाकर्मियों की तैनाती करें। इसी बीच इजरायल ने अपनी कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि रविवार देर रात उन्हें गाजा के समीप इजरायल सीमा पर एक ड्रोन मंडराता दिखा जिसे पैट्रियट मिसाइल दाग कर मार गिराया गया। हालांकि इजरायल ने इस बात की जानकारी नहीं दी कि ये ड्रोन किसका था? मगर इसके पीछे आशंका जताई जा रही है कि ये ड्रोन अगर हमास के आतंकी द्वारा छोड़ा गया था तो ये पूरी दुनिया के लिए अब तक का सबसे बड़ा खतरा हो सकता है।
300 अमेरिकी भी फंसे
इस बीच जानकारी मिल रही है कि मंगलवार से गाजा से बाहर जाने वाले विदेशी और पासपोर्ट धारी लोग अपने-अपने लक्ष्य के लिए उड़ान भर सकते हैं। इसमें खास बात ये भी है कि फिलहाल हिंसाग्रस्त गाजा में 300 अमेरिकियों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में इजरायल की कोशिश है कि जल्द से जल्द इन सभी लोगों को यहां से सुरक्षित निकाला जाए।
फियरी फैक्टर्स..
-सात दिन से जारी है गाजा पर कार्रवाई।
-172 लोगों की गाजा में हमलों से हो चुकी है मौत।
-1200 से ज्यादा लोग बताए जा रहे हैं घायल।
-70,000 से ज्यादा लोग जंगी हालात के बाद पलायन को मजबूर।
-17,000 लोग गाजा में यूएन के कैंप्स में रह रहे हैं बतौर रिफ्यूजी।
तिथिवार घटनाक्रम:
सोमवार, 7 जुलाई: इजरायल ने गाजा में जारी हमास के हमले को रोकने के लिए गाजा सीमा पर की 1500 जवानों की तैनाती। आर्मी-एयर फोर्स और नेवी में जारी हुआ हाई अलर्ट।
मंगलवार, 8 जुलाई। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दी गाजा में हमास पर हमले की चुनौती। ऑपरेशन प्रोटेक्टिव एज का दिया नाम। इजरायल ने 435 टारगेट्स पर एयर स्ट्राइक्स को अंजाम दिया जिसमें 23 लोगों की मौत हो गई जबकि 122 लोग घायल हो गए। वहीं इजरायल में हमास द्वारा दागे गए रॉकेट्स से 68 इजरायली घायल हो गए।
बुधवार, 9 जुलाई। इजरायल ने 550 टारगेट्स पर निशाना साधा जिसमें गाजा वालों की मौत का आंकड़ा 68 तक पहुंच गया, जबकि 550 लोग घायल हो गए।
बृहस्पतिवार, 10 जुलाई। अब तक इजरायल पर 542 रॉकेट दाग चुका था हमास। हालांकि 90 फीसद से ज्यादा रॉकेट्स को हवा में मार गिराया गया। बदले में इजरायल ने 900 हवाई स्ट्राइक्स किए जिसमें गाजा में मरने वालों का आंकड़ा 90 पार कर गया।
शुक्रवार, 11 जुलाई। इजरायल ने गाजा पर 1090 दागे तो वहीं हमास ने इजरायल पर 525 रॉकेट दागे। दो इजरायली सोल्जर्स हुए घायल।
शनिवार, 12 जुलाई। इजरायली एयरफोर्स ने गाजा के पुलिस चीफ के घर को बनाया निशाना। 21 मरे और 45 घायल। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने पूरी दुनिया से बढ़ते प्रेशर के बीच साफ कर दिया कि वो न रुकेंगे और न ही झुकेंगे।
रविवार, 13 जुलाई। इजरायल ने गाजा के कई इलाकों में आर्मी मूवमेंट बढ़ाई। हमास के कई अड्डों पर दिया कोवर्ट ऑपरेशन को अंजाम और साथ ही लेवल 3 की वॉर्निग भी कर दी इश्यू जिसके बाद 70 हजार से ज्यादा लोग हुए प्रभावित।
सोमवार, 14 जुलाई। इजरायली कार्रवाई के दौरान अब तक का सबसे खूनी दिन रहा सोमवार। इजरायल की कार्रवाई में 940 राकॉट्ेस दागे गए। अब तक कुल 172 लोगों की मौत। केवल एक दिन की कार्रवाई में 54 लोगों की मौत।