सर्जिकल स्ट्राइक की खबर के बाद शेयर बाजार में हड़कंप, सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में 425 अंक से ज्यादा और निफ्टी में 164 अंकों की गिरावट
नई दिल्ली। पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की खबर के बाद भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी 1.5 फीसदी से ज्यादा टूट गए। सेंसेक्स में 550 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली। वहीं निफ्टी करीब 150 अंकों की गिरावट के बाद 8604 के स्तर पर आ गया। गौरतलब है कि भारतीय शेयर बाजार में सुबह से ही बढ़त देखने को मिल रही थी। करीब 2.15 बजे सेंसेक्स 409 अंकों की गिरावट के साथ 27883 के स्तर पर और निफ्टी 130 अंकों की गिरावट के साथ 8614 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
निफ्टी में शुमार शेयरों में 50 शेयर गिर गए। टीसीएस को छोड़ सभी शेयरों में बिकवाली देखने को मिल रही है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर सभी इंडेक्स गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। रियल्टी इंडेक्स में 6.5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है। फार्मा, मेटल, सरकारी बैंक और ऑटो कंपनियों का इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा टूट गया।
दिग्गज शेयरों की बात करें तो भेल के शेयर में 7 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है। वहीं ऑरो फार्मा 6 फीसदी, टाटा पावर 4.60 फीसदी, अदानी पोर्ट्स 4.60 फीसदी, अदानी पोर्ट्स 4.5 फीसदी और बैंक ऑफ बडौदा का शेयर 4 फीसदी से ज्यादा टूट गया।
डीजीएमओ की प्रेस कांफ्रेंस में हुआ खुलासा
उड़ी हमले को लेकर भारत में बुधवार रात पहली बार सीमापार जाकर सर्जिकल स्ट्राइक की। डीजीएमओ ने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि इस सर्जिकल स्ट्राइक में आतंकियों को भारी नुकसान हुआ है। पाकिस्तान के खिलाफ की गई इस इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए डीजीएमओ रणवीर सिंह ने कहा कि भारत ने बीती रात पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक की। इस कार्रवाई को सेना के स्पेशल कंमाडो द्वारा अंजाम दिया गया जो बिना किसी नुकसान के वापस लौट गए। इस पूरे ऑपरेशन की निगरानी रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, एनएसए अजीत डोभाल और डीजीएमओ ने की। ऑपरेशन पर निगरानी रखने के लिए पर्रिकर और डोभाल ने कोस्टगार्ड के साथ रखा गया डिनर भी कैंसिल कर दिया था। रक्षा विशेषज्ञ नितिन गोखले के मुताबिक उड़ी और नौगाम के बीच सीमा पार जाकर इस सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया जिसमें आतंकियों के पांच ठिकाने तबाह हो गए। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री को भी इस सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी दी गई।