राजधानी के यात्रियों के लिए एयर इंडिया में सफर की स्कीम फ्लॉप
राजधानी ट्रेनों के वेटलिस्टेड यात्रियों को हवाई सफर का मौका देने वाली एयर इंडिया की चर्चित स्कीम रेलवे के असहयोग के कारण फ्लॉप हो गई है।
नई दिल्ली। ट्रेन में रिजर्वेशन नहीं मिलने पर हवाई यात्रा की उम्मीद करने वालों को निराशा हाथ लगी है। राजधानी ट्रेनों के वेटलिस्टेड यात्रियों को हवाई सफर का मौका देने वाली एयर इंडिया की चर्चित स्कीम रेलवे के असहयोग के कारण फ्लॉप हो गई है।
यह स्कीम वैसे तो एयर इंडिया के सीएमडी अश्वनी लोहानी के दिमाग की उपज थी। लेकिन फायदा इसमें रेलवे का भी था। दरअसल लोहानी के सामने एयर इंडिया की विमानों की खाली सीटों को भरने की चुनौती थी। इसलिए वह कोई ऐसी स्कीम लाना चाहते थे, जिससे एयर इंडिया के साथ-साथ रेल यात्रियों का भी भला हो जाए।
ऐसे में उन्हें राजधानी ट्रेनों के उन वेटलिस्टेड यात्रियों का ख्याल आया जिन्हें आखिरी वक्त पर अत्यंत ऊंची दरों पर हवाई टिकट बुक कराने पड़ते हैं। उन्होंने राजधानी के सेकंड व फर्स्ट एसी के वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को उसी या थोड़ा अधिक किराये पर एयर इंडिया के इकोनॉमी और फर्स्ट क्लास में सफर कराने वाली स्कीम का मसौदा तैयार किया। इस पर आइआरसीटीसी के साथ चर्चा की। आइआरसीटीसी के सीएमडी एके मनोचा को भी स्कीम पसंद आई। उन्होंने इस पर समझौते की मंशा जता दी, मगर यह कभी परवान नहीं चढ़ सका।
सरकारी एयरलाइन ने इसके लिए रेलवे बोर्ड को जिम्मेदार ठहराया है। एयर इंडिया के एक उच्चाधिकारी के अनुसार रेलवे के रवैये के कारण स्कीम आगे नहीं बढ़ पाई है। चूंकि हम एलान कर चुके थे, लिहाजा हमें इसे किसी न किसी रूप में लागू करना पड़ रहा है। लेकिन मूल स्कीम में रोजाना 3-4 हजार रेलयात्रियों को हवाई सफर कराने की उम्मीद थी। वहीं अब केवल 3-4 सौ यात्री ही एयर इंडिया की बुकिंग करा पा रहे हैं।
इस विषय में पूछे जाने पर आइआरसीटीसी के प्रवक्ता ने कहा कि यह सही है कि स्कीम आगे नहीं बढ़ सकी है। इसकी क्या वजह है यह रेलवे बोर्ड ही बता सकता है, क्योंकि उसकी अनुमति के बगैर ऐसी स्कीम नहीं चल सकती। दूसरी ओर रेलवे बोर्ड का कहना है कि इस तरह का कोई प्रस्ताव उनके पास आया ही नहीं है। बोर्ड के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने कहा, "बोर्ड को न तो आइआरसीटीसी की तरफ से और न ही एयर इंडिया की ओर से ऐसा कोई प्रस्ताव मिला है। यदि भविष्य में इस तरह का प्रस्ताव आता है तो निश्चिय ही उस पर सकारात्मक ढंग से विचार किया जाएगा।"
क्या थी मूल स्कीम
राजधानी ट्रेनों का चार्ट बनने तक (ट्रेन छूटने से चार घंटे पहले) जिन यात्रियों का टिकट कंफर्म नहीं हुआ हो उन्हें रेलवे की ओर से एक लिंक उपलब्ध कराया जाना था। इस लिंक को फॉलो कर यात्री एयर इंडिया की बुकिंग हासिल कर सकता था।
अब क्या रह गई स्कीम
चार्ट बनने के बाद राजधानी के वेटलिस्टेड यात्री एयरपोर्ट पहुंचते हैं और एयर इंडिया के काउंटर से टिकट बुक कराते हैं। बहुत कम लोगों के लिए ही ऐसा करना संभव हो पाता है।
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