एससी, एसटी को आसानी से मिलेंगे पेट्रोल पंप
अब केंद्र सरकार ने इस संबंध में नियमों का गंभीरता से लागू करना शुरु किया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग (एससी व एसटी) को सरकारी तेल कंपनियों की तरफ से पेट्रोल पंप देने की योजना तो काफी दिनों से है लेकिन उस पर गंभीरता से अमल नहीं होता है। अब केंद्र सरकार ने इस संबंध में नियमों का गंभीरता से लागू करना शुरु किया है। नतीजा यह है कि वर्ष 2014 से पहले 60 वर्षो में इन वर्गों को महज 11 फीसद पेट्रोल पंप ही मिल पाए थे लेकिन पिछले तीन वर्षो में एससी, एसटी व महिलाओं को 25 फीसद पेट्रोल पंप दिए गए हैं। इसी तरह से सरकारी तेल कंपनियों की तरफ से अस्थायी तौर पर एससी व एसटी को दिए जाने वाले पेट्रोल पंपों से जुड़े नियमों को भी आसान बनाया गया है।
यह जानकारी पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने यहां एससी, एसटी व महिलाओं को दिए जाने वाले कोको (कंपनी के अधिकार वाले व कंपनी की तरफ से संचालित) पेट्रोल पंपों के आवंटन से जुड़े एक कार्यक्रम में दी। कोको योजना के तहत सरकारी तेल कंपनियां अस्थायी तौर पर अपने पेट्रोल पंप एससी व एसटी को देती है।
प्रधान ने बताया कि सरकारी तेल कंपनियों की तरफ से पेट्रोल पंप का आशय पत्र जारी किये जाने के बावजूद एससी, एसटी या महिलाओं को वास्तविक तौर पर पेट्रोल पंप आवंटित होने में कई तरह की दिक्कतें आ रही थी। केंद्र सरकार ने इन दिक्कतों को अब दूर कर दिया है। इन श्रेणी के लोगों को कुल 525 पेट्रोल पंप आवंटित किये जाने हैं। 195 एससी, एसटी व महिलाओं का चयन भी कर लिया गया है और इन्हें धीरे धीरे पेट्रोल पंप आवंटित किए जाएंगे। इस योजना के तहत चयनित व्यक्तियों को पेट्रोल पंप चलाने के लिए हरसंभव मदद दी जाती है।
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