गुवाहाटी के मंदिर से खजाना गायब होने के मुद्दे पर केंद्र को नोटिस
गुवाहाटी के मंदिर से करोड़ोंं की नकदी और सोना गायब होने के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस भेजा है। इसकी जांच सीबीआई से करवाने की भी मांग की गई है।
नई दिल्ली (प्रेट्र)। गुवाहाटी के एक मंदिर से तीन सौ करोड़ रुपये की नकदी और तीन सौ किलो सोना गायब होने के आरोप की जांच के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस भेजा है। मामले की सीबीआइ जांच की मांग के लिए दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर पर आधारित पीठ ने केंद्र के साथ असम सरकार को भी नोटिस भेज कर छह सप्ताह में जवाब देने को कहा है।
पीठ ने अतिरिक्त महाधिवक्ता मोहिंदर सिंह से कहा है कि वह कोर्ट की मदद करें क्योंकि याचिका में कई चौंकाने वाली सूचनाएं हैं। याचिका सेना के पूर्व कर्मचारी मनोज कुमार कौशल ने दायर की जिसमें कहा गया है कि गुवाहाटी में दिसपुर हवाई अड्डे के निकट स्थित इस मंदिर में तीन सौ करोड़ की नकदी और तीन सौ किलो सोने के साथ दो एके-47 राइफलें भी थीं। आरोप लगाया गया है कि 13 व्यक्तियों ने साजिश रची और 31 मई,2014 को यह खजाना निकाल लिया गया, इसके एक दिन बाद ही यह सेना के सुपुर्द किया जाने वाला था।
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याचिकाकर्ता ने दावा किया कि उच्च पुलिस अधिकारियों की मदद से खजाना गायब किया गया और उसके पास इस बात के प्रमाण भी हैं। इससे पहले एक चाय बागान का मालिक मृदुल भट्टाचार्य क्षेत्र में अन्य बागान मालिकों से धन वसूली करके उल्फा आतंकियों को भिजवाता था तथा वह म्यांमार से सोने की तस्करी में भी शामिल था। 2012 में भट्टाचार्य और उसकी पत्नी की हत्या कर दी गई।
याचिकाकर्ता का कहना है कि उसने कई राजनैतिक नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क किया इसके बाद खुफिया ब्यूरो ने जांच आरंभ की लेकिन अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। मनोज कुमार ने कहा कि उसने सीबीआइ जांच के लिए प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री को भी पत्र लिखे हैं परंतु कुछ नहीं हुआ।
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