व्यापम से जुड़े मेडिकल छात्रों की डिग्रियों को रद करने के फैसले पर निर्णय नहीं
व्यापम से जुड़े मेडिकल छात्रों की डिग्रियों को रद करने के फैसले पर तीन दिन चली सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट कोई निर्णय नहीं दे पाया।
नई दिल्ली (जेएनएन)। सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों की बेंच भी व्यापम से जुड़े 634 मेडिकल छात्रों की डिग्रियों को रद करने के फैसले पर कोई निर्णय नहीं दे सकी। तीन जजों की इस बेंच ने पूरे मामले को मंगलवार से गुरुवार तक लगातार तीन दिन तक सुना।
जजों ने कई बार कोर्ट रू म से उठकर इस मामले से जुड़े कानूनी पहलुओं को लेकर आपस में मंत्रणा भी की लेकिन किसी फैसले पर नहीं पहुंच सके। इसके बाद बेंच ने फैसला किया कि पहले डबल बेंच से स्पष्टता ली जाए कि उन्हें उनके फैसले पर सुनवाई करनी है या पूरे केस को ही नए सिरे से सुनना है। फिलहाल डबल बेंच का जबाव मिलने तक सुनवाई को टाल दिया गया है।
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सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों की बेंच ने इस केस की सुनवाई उस समय शुरू की है, जब हाल ही में सुप्रीम कोर्ट की डबल बेंच के दोनों जजों ने इस मामले में अपना-अलग फैसला दिया है। इसके बाद इस पूरे मामले को किसी अंतिम निर्णय के लिए सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों की बेंच को ट्रांसफर कर दिया गया था। बेंच ने इस बीच पूरे केस को तीन दिन तक सुना।
इस दौरान बेंच ने व्यापम केस को लेकर कई गंभीर टिप्पणी भी की। जिसमें कहा गया कि व्यापम तो राष्ट्रीय स्तर का घोटाला है। ऐसे घोटालों पर कोर्ट आंखे नहीं मूंद सकता। गौरतलब है कि मप्र हाई कोर्ट ने इस मामले में सभी 634 मेडिकल छात्रों की डिग्रियों को रद करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद छात्रों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी।
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