एसबीआइ देगा छोटी अवधि के डिपॉजिट पर ज्यादा ब्याज
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने छोटी अवधि के डिपॉजिट पर ब्याज दरें बढ़ाई हैं, जबकि लंबी अवधि के लिए घटाई हैं। 1 से 3 साल के डिपॉजिट पर ब्याज दर
नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) ने छोटी अवधि के डिपॉजिट पर ब्याज दरें बढ़ाई हैं, जबकि लंबी अवधि के लिए घटाई हैं। 1 से 3 साल के डिपॉजिट पर ब्याज दर 9 फीसद से घटाकर 8.75 फीसद की गई है। दूसरी तरफ 1 साल से कम अवधि के डिपॉजिट पर ब्याज दर 7 फीसद से बढ़ाकर 7.25 फीसद की गई है। ये ब्याज दरें बल्क डिपॉजिट यानी 1 करोड़ रुपये से ज्यादा के डिपॉजिट पर बढ़ाई-घटाई गई हैं।
एसबीआइ ने 1 करोड़ रुपये से कम के चुनिंदा रिटेल टर्म डिपॉजिट के ब्याज दरों में भी बदलाव किए हैं। नई दरें 18 सितंबर से लागू होंगी। इसके तहत एक साल से लेकर 5 साल से कम अवधि के डिपॉजिट पर एकसमान ब्याज दरें होंगी। बैंक की तरफ से स्टॉक एक्सचेंजों को यह जानकारी दी गई है।
7 दिन से लेकर 179 दिन तक की जमा रकम पर ब्याज दर पहले के समान सालाना 7 प्रतिशत होगी। 180 से लेकर 210 दिन की जमा रकम पर ब्याज दर बढ़ाकर 7.25 प्रतिशत कर दी गई है, जबकि 211 दिन से लेकर 1 साल से कम अवधि के लिए 7.5 प्रतिशत।
बैंक के पास नकदी बढ़ी
एसबीआइ की चेयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य का कहना है कि बैंक के पास 1-3 साल के लिए सबसे ज्यादा डिपॉजिट आता है। इस कारण बैंक के पास नकदी बढ़ गई है। इसी वजह से 1-3 साल के डिपॉजिट पर ब्याज दरें घटाई गई हैं। बैंक के पास छोटी अवधि के लिए कम डिपॉजिट आ रहा है, जिसे बढ़ावा देने के लिए छोटी अवधि की ब्याज दरें बढ़ाई गई हैं।
एसबीआइ के मुताबिक इस बदलाव से मार्जिन पर खास असर नहीं होगा क्योंकि ज्यादातर फिक्सड डिपॉजिट 1-3 साल के बीच की होती है। 180-210 दिन के लिए एफडी कराने वालों की संख्या काफी कम है।
दूसरे बैंक भी चलेंगे इसी राह
स्टेट बैंक के इस फैसले के बाद दूसरे बैंकों ने भी दरें घटाने के संकेत दिए हैं। एचडीएफसी के केकी मिस्त्री का मानना है कि अगले 2 माह में दूसरे बैंक भी जमा ब्याज दरों में कटौती कर सकते हैं। पीएनबी के के आर कामत ने कहा है कि अगले 15 दिन में जमा रकम पर ब्याज दरों में बदलाव किया जा सकता है।