Move to Jagran APP

फरवरी के अंत तक सामान्य होंगे हालात : अरुंधती

एसबीआई की मुखिया अरुंधति भट्टाचार्या का मानना है कि फरवरी के अंत तक देश नोटबंदी की समस्या से उबर जायेगा।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Tue, 10 Jan 2017 08:39 PM (IST)Updated: Tue, 10 Jan 2017 09:11 PM (IST)
फरवरी के अंत तक सामान्य होंगे हालात : अरुंधती

अहमदाबाद, प्रेट्र। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) की मुखिया अंरुधती भट्टाचार्य का मानना है कि नोटबंदी से पैदा हुए मौजूदा हालात फरवरी के अंत तक सामान्य होंगे। उन्होंने अर्थव्यवस्था के डिजिटलीकरण को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया है।

loksabha election banner

यहां वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट (वीजीजीएस) में हिस्सा लेने पहुंचीं भट्टाचार्य ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि फरवरी के आखिर तक स्थितियां बिल्कुल सामान्य हो जाएंगी। एसबीआइ अपनी शाखाओं में पर्याप्त नकदी उपलब्ध कराकर यह सुनिश्चित करना चाहता है कि खाताधारकों को कोई दिक्कत नहीं हो।

500 व 2000 के जाली नोट बनाने वाले ग्राफिक डिजायनर गिरफ्तार, 6.5 लाख बरामद

देश के सबसे बड़े बैंक की चेयरमैन ने बताया कि वीजीजीएस में डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। इस बात में संदेह नहीं कि करेंसी नोट दोबारा सर्कुलेशन में आ जाएंगे। लेकिन इनके वापस आने के बाद अगर हमने आदत नहीं बदली और वैसे ही बर्ताव करते रहे जैसा कि नोटबंदी से पहले करते थे तो इस पूरी कवायद का कोई फल नहीं मिलेगा।

नोटबंदी पर कांग्रेस के सियासी सम्मेलन की कमान संभालेंगे राहुल

यही वजह है कि डिजिटाइजेशन के बारे में जागरूकता जरूरी है। बीते साल आठ नवंबर को नोटबंदी के एलान के बाद देशभर के बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी कतारें दिखने लगी थीं। स्थितियां अब धीरे-धीरे सामान्य हो रही हैं।

मुंबई, पुणे में 70 फीसद कारोबार प्रभावित

नोटबंदी के कारण देश की आर्थिक राजधानी मुंबई और पुणे के मैन्यूफैक्चरिंग हब के साथ आसपास के इलाकों में 70 फीसद व्यापारी प्रभावित हुए हैं। एसबीआइ रिसर्च की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। इसके अनुसार कंस्ट्रक्शन जैसे क्षेत्र और रेहड़ी-पटरी वाले दुकानदारों को नोटबंदी की सबसे ज्यादा मार पड़ी है।

नोटबंदी के खिलाफ दिल्ली में कांग्रेस का प्रदर्शन, देखें तस्वीरें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.