सरबजीत की बेटी का मामला हाईकोर्ट ले जाने की तैयारी
पाकिस्तान की जेल में मारे गए सरबजीत सिंह की बेटी स्वप्नदीप को एक करोड़ रुपये व नायब तहसीलदार की नौकरी देने का मामला गंभीर होता जा रहा है।
जागरण ब्यूरो, चंडीगढ़। पाकिस्तान की जेल में मारे गए सरबजीत सिंह की बेटी स्वप्नदीप को एक करोड़ रुपये व नायब तहसीलदार की नौकरी देने का मामला गंभीर होता जा रहा है। एक तरफ सरबजीत पर फिल्म बनाने की तैयारी चल रही है तो दूसरी तरफ भाजपा बैकवर्ड क्लास सेल के इंचार्ज एमपी सिंह गोराया लगातार कह रहे हैं कि स्वप्नदीप कौर सरबजीत सिंह की नहीं बल्कि दलबीर कौर की बेटी हैं।
गोराया ने पंजाब सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि अगर एक सप्ताह के भीतर स्वप्नदीप को नायब तहसीलदार के पद से नहीं हटाया गया और एक करोड़ रुपये वापस नहीं लिए तो वह हाईकोर्ट में याचिका डालेंगे।
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चंडीगढ़ प्रेस क्लब में सरबजीत की असली बहन बताने वाली बलजिंदर कौर और भाई हरभजन सिंह के साथ पत्रकार वार्ता करते हुए गोराया ने कहा कि स्वप्नदीप की शिक्षा के रिकार्ड व पासपोर्ट में भी यह दर्ज है कि वह दलबीर कौर और बलदेव की बेटी हैं। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को भी यह रिकार्ड दिखाए गए हैं, लेकिन वह भी इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे। गोराया ने दावा किया की सभी रिकार्ड आरटीआइ के माध्यम से जुटाए गए हैं। सरकार के पास एक सप्ताह का समय है। इस दौरान अगर सरकार स्वप्नदीप से एक करोड़ रुपये व दो साल के दौरान उसे मिली तनख्वाह व नायब तहसीलदार का पद वापस नहीं लिया जाता है तो इस मामले को हाईकोर्ट ले जाया जाएगा।