BMC में शिवसेना अलग लडे़गी चुनाव, कांग्रेस बोली- BJP से रिश्ता तोड़ें उद्धव
उद्धव ने कहा, 'भाजपा हमें 114 सीटें देने की बात कर रही है। क्या यह शिवसेना का अपमान नहीं है? शिवसेना की ताकत उससे कम है क्या?
राज्य ब्यूरो, मुंबई। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को महानगरपालिका (मनपा) और जिला परिषद चुनावों में भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करने की घोषणा कर दी। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरूपम ने कहा कि अगर शिवसेना में हिम्मत हो तो उन्हें मौजूदा सरकार से अलग हो जाना चाहिए। शिवसेना अगर ऐसा नहीं करती है तो इसका मतलब साफ है कि वो बयानबाजी कर रहे हैं। उधर, शिवसेना कोटे से राज्य सरकार में मंत्री रामदास कदम ने कहा है कि इस्तीफा हम अपनी जेब में लेकर चलते हैं। उद्धव जी का अादेश मिलते ही हम इस्तीफा सौंप देंगे।
वहीं, महाराष्ट्र के सरकारी दफ्तरों से देवी देवताओं की तस्वीर बैन करने के सर्कुलर के खिलाफ शिवसेना नेता सीएम देवेंद्र फणनवीस से आज मुलाकात करेंगे। लेकिन सीएम फणनवीस द्वारा बुलाई गई बजट पूर्व बैठक में शिवसेना सांसद शामिल नहीं होंगे।
संजय राउत के निशाने पर कांग्रेस और भाजपा
कांग्रेस की मांग पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र को अस्थिरता से बचाने के लिए पार्टी सरकार से रिश्ता नहीं तोड़ेगी। जब तक कुछ स्थायी हल नजर नहीं आता है तब तक हमें सरकार में बने रहेंगे। उन्होंने भाजपा सांसद किरीट सौमैया के बारे में कहा कि उन्हें अपने औकात में रहना चाहिए, अगर कोई सड़क पर सवाल पुछता है तो उसका जवाब नहीं दिया जा सकता है। दरअसल किरीट सौमैया ने बीएमसी में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।
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BMC में शिवसेना अकेले लड़ेगी चुनाव
उद्धव ने कहा, 'शिवसेना अकेले महाराष्ट्र पर भगवा लहराएगी। हम किसी के दरवाजे नहीं जाएंगे। किसी भी जिला पंचायत या मनपा चुनाव में अब शिवसेना गठबंधन नहीं करेगी। उन्होेंने कहा कि भाजपा हमें 114 सीटें देने की बात कर रही है। क्या यह शिवसेना का अपमान नहीं है? शिवसेना की ताकत उससे कम है क्या? शिवसेना के 50 वर्ष के कार्यकाल में 25 वर्ष गठबंधन के कारण बरबाद हो गए। लेकिन हिंदुत्व और देश के लिए शिवसेना ने आपका (भाजपा) साथ दिया। अब शिवसेना किसी के सामने नहीं झुकेगी।' उद्धव के अनुसार बुरे वक्त में शिवसेना के साथ देने के कारण ही भाजपा बची रही है।
भाजपा पर जमकर बरसे उद्धव ठाकरे
स्थानीय निकाय चुनाव में गठबंधन तोड़ने की घोषणा के साथ ही उद्धव ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, जिन्होंने चरखे पर से गांधी को हटाया उन्हें उत्तरप्रदेश में 'हे राम' कहने की नौबत आ गई है। वहां उनका सूपड़ा साफ होने वाला है। राकांपा नेता शरद पवार को पद्म पुरस्कार की घोषणा पर भी उद्धव ने ताना कसा। उन्होंने कहा, 'एक पद्म पुरस्कार गुरु दक्षिणा में दिया गया है।' भाजपा के पार्टी विद डिफरेंस के नारे का उल्लेख करते हुए उद्धव ने कहा कि भाजपा सब गुंडे पार्टी में शामिल कर रही है। ये गुंडे इसलिए शामिल किए जा रहे हैं क्योंकि वह शिवसेना के सैनिकों से नहीं लड़ सकती।
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21 फरवरी को 10 महानगरपालिकाओं में चुनाव
महाराष्ट्र की दस महानगरपालिकाओं और 26 जिला परिषदों के लिए 21 फरवरी को मतदान होना है। इन चुनावों के लिए भाजपा और शिवसेना में गठबंधन की बातचीत शुरू हुई थी। लेकिन भाजपा सूबे में अपने विधायकों की संख्या के आधार पर सीटों का बंटवारा चाहती है। राज्य में भाजपा विधायकों की संख्या शिवसेना से लगभग दोगुनी है। इस आधार पर शिवसेना को लगभग सभी स्थानों पर दोयम दर्जे से ही संतोष करना पड़ता। माना जा रहा है कि इसीलिए उद्धव ने भाजपा से गठबंधन नहीं करने की घोषणा कर दी।