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सपा-कांग्रेस के बीच महागठबंधन के आसार, रालोद को लेकर संशय

सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेताओं और कांग्रेस के आला नेताओं के बीच कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं।

By Manish NegiEdited By: Published: Mon, 16 Jan 2017 09:35 PM (IST)Updated: Mon, 16 Jan 2017 09:45 PM (IST)
सपा-कांग्रेस के बीच महागठबंधन के आसार, रालोद को लेकर संशय
सपा-कांग्रेस के बीच महागठबंधन के आसार, रालोद को लेकर संशय

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। समाजवादी पार्टी के भीतर बढ़े विवाद और उसके निपटारे में केंद्रीय चुनाव आयोग को फैसला लेने में भले ही काफी देर हुई हो, लेकिन उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में गठबंधन को उतारने की पूरी पटकथा इस दौरान लिखी जाती रही। सूबे में नये सियासी गठबंधन को आकार देने में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेता लगे रहे। राज्य में सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन के पूरे आसार है, लेकिन राष्ट्रीय लोकदल को लेकर संशय बरकरार है।

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सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेताओं और कांग्रेस के आला नेताओं के बीच कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं। इस दौरान सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा भी हो चुकी है, जिसके लिए कांग्रेस की ओर से सपा नेतृत्व को पूरी छूट दी गई है। लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रिय रहने वाले राष्ट्रीय लोकदल के साथ समाजवादी पार्टी के नेताओं की फोन पर तो चर्चा हुई है, लेकिन टिकट बंटवारे में रालोद की शर्तो को मानने में सपा को मुश्किलें पेश आ सकती हैं।

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राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि समाजवादी पार्टी के भीतर के प्रमुख नेताओं के बीच रालोद के साथ समझौते पर फिलहाल कोई राय नहीं बन पाई है। लेकिन महागठबंधन बनाने का सारा दारोमदार मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर छोड़ दिया गया है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने गठबंधन बनाने का संकेत दिया है, लेकिन साथ में यह भी जोड़ा कि अंतिम फैसला मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश ही करेंगे।

कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के भीतर मचे विवाद पर चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया है। पार्टी प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने अखिलेश गुट को असल सपा घोषित किये जाने और अखिलेश को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने पर खुशी जताई है। राज्य में धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एकजुट करने में कांग्रेस और सपा को सफलता मिलेगी।

सपा से जुड़े सूत्र बताते हैं कि रालोद से समझौते को लेकर पार्टी के भीतर उसके लाभ हानि का गंभीरता से पूर्व आकलन किया जा रहा है। बताया गया कि रालोद खुद कांग्रेस से अधिक सीटों पर दावा करेगी, जिसके लिए सपा तैयार नहीं होगी। लेकिन पार्टी के प्रमुख नेताओं का यह भी कहना है कि महा गठबंधन को लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और रालोद के नेता जयंत चौधरी दोस्ती अहम भूमिका निभा सकती है।

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