तीन दर्जन से अधिक विधायकों के टिकट काट सकती है समाजवादी पार्टी
समाजवादी पार्टी तीन दर्जन से अधिक विधायकों के टिकट काट सकती है। इनमें से अधिकांश वह हैं जिन्होंने खुद या उनके नाते-रिश्तेदारों ने पार्टी की किरकिरी कराई है।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में सत्ता वापसी की योजना बना रही समाजवादी पार्टी तीन दर्जन से अधिक विधायकों के टिकट काट सकती है। इनमें से अधिकांश वह हैं जिन्होंने खुद या उनके नाते-रिश्तेदारों ने पार्टी की किरकिरी कराई है।
समाजवादी पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक में कल कई मुद्दों पर चर्चा हुई मगर मिशन 2017 की कामयाबी के लिए उन विधायकों के टिकट काटने पर भी चर्चा हुई जिन्होंने खुद या उनके रिश्तेदारों ने शासन-प्रशासन के लिए मुश्किलें खड़ी की हैं।
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रणनीतिकारों ने तर्क दिया कि क्षेत्रीय जनता के बीच अलोकप्रिय हो चुके इन विधायकों को अगर दोबारा टिकट मिला तो पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ेगा। यह भी तय हुआ कि बुजुर्ग हो चुके लोगों को भी टिकट न दिया जाए और उनकी जगह युवा चेहरों को आगे किया जाए।
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पार्टी के विधायकों के टिकट काटने के फार्मूले में सीतापुर के दो, फतेहपुर के दो, इलाहाबाद के दो, श्रवस्ती के एक, बलरामपुर के एक, देवरिया के एक, वाराणसी के दो समेत 40 से अधिक विधायकों के टिकट कट सकते हैं। यह विधायक समय-समय पर पार्टी की किरकिरी करते रहे हैं।
अमर, बेनी कार्यकारिणी में होंगे
संसदीय बोर्ड ने कल पार्टी की नयी राष्ट्रीय कार्यकारिणी को मंजूरी दे दी है। यह भी तय किया गया है कि कार्यकारिणी की बैठक लखनऊ में होगी, जिसकी तारीख तय करने और कार्यकारिणी में लोगों को शामिल करने व हटाने का अधिकार मुलायम सिंह यादव को दिया गया है। राज्यसभा सदस्य बेनी प्रसाद वर्मा और अमर सिंह राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल होंगे।