सोनू निगम के अज़ान ट्वीट को सैफ़ ने बताया आक्रामक, जावेद अख़्तर ने कही ज़रूरी बात
सैफ़ ने आगे कहा कि अल्पसंख्यक होने के नाते आप अपनी मौजूदगी महसूस करवाना चाहते हो और स्वीकार किए जाने की उम्मीद भी। अगर कोई ये कहता है कि इस दबा देना चाहिए...
मुंबई। धार्मिक स्थलों पर लगने वाले लाउडस्पीकरों को लेकर सोनू निगम ने जो बहस छेड़ी थी, वो अब अज़ान तक सिमटकर रह गई है। इसको लेकर बॉलीवुड सेलेब्रिटीज़ भी अपनी राय ज़ाहिर कर रहे हैं। अब सैफ़ अली ख़ान ने अज़ान को लेकर अपनी बात रखी है।
एक इंटरव्यू में सैफ़ ने कहा- ''मैं इस बात से किसी हद तक सहमत हूं कि कम आवाज़ बेहतर है। सभी धार्मिक परंपराओं में एक निश्चित डेसीबल लेवल की अनुमति होनी चाहिए। मैं ये भी समझता हूं कि ऊंची आवाज़ में अज़ान असुरक्षा की वजह से होती है। सिर्फ़ यहीं नहीं, इज़रायल में भी, जहां तीन धर्म माने जाते हैं।''
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सैफ़ ने आगे कहा कि अल्पसंख्यक होने के नाते आप अपनी मौजूदगी महसूस करवाना चाहते हो और स्वीकार किए जाने की उम्मीद भी। अगर कोई ये कहता है कि इस दबा देना चाहिए, तो कुछ लोगों को इससे असुविधा होगी। डर की एक भावना रहती है। डेसीबल लेवल पर अपने विचार रखना ठीक है। मुझे लगता है कि शुरुआत में वो ट्वीट थोड़ा आक्रामक था। और, मैं मानता हूं कि मज़हब निजी मसला होना चाहिए और हमारा मुल्क़ धर्म निरपेक्ष रहना चाहिए।
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उधर, जाने-माने लेखर जावेद अख़्तर ने कहा कि मस्जिद, मंदिर, चर्च या गुरुद्वारा, जो भी जगह हो, आप अपनी प्रार्थना करें, पर इससे किसी को असुविधा नहीं होनी चाहिए।