सहारनपुर हिंसा : 46 मुकदमों में 443 नामजद, 178 गिरफ्तार और जमानत एक
जातीय हिंसा में कुल 46 मुकदमें दर्ज किए गए हैं, जिसमें 443 को नामजद व दो हजार से अज्ञात को आरोपी बनाया है। मुकदमों की जांच के लिए एसआइटी गठित कर दी गई है।
सहारनपुर (जेएनएन)। जातीय हिंसा से सुलग रहे जनपद की शांति के लिए पुलिस ने सख्ती अख्तियार कर ली है। महज 35 दिन में हुई पांच हिंसा में जेल की सलाखों के पीछे गए 178 आरोपियों में से सिर्फ एक को ही अदालत से जमानत मिली है। शब्बीरपुर कांड में दो आरोपियों की जमानत अर्जी एससी-एसटी एक्ट की विशेष अदालत ने खारिज की। उपद्रवियों को जमानत न मिले, इसके लिए पुलिस ने अदालत में पैरवी शुरू कर दी है। जातीय हिंसा में कुल 46 मुकदमें दर्ज किए गए हैं, जिसमें 443 को नामजद व दो हजार से अज्ञात को आरोपी बनाया है। मुकदमों की जांच के लिए एसआइटी गठित कर दी गई है।
20 अप्रैल को सड़क दूधली गांव में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की शोभायात्रा निकालने को लेकर हुए बवाल में पुलिस ने दोनों तरफ से 38 नामजद व 400 से अधिक अज्ञात के विरुद्ध सात मुकदमे दर्ज किए थे। इन मामले में 17 आरोपियों को जेल भेजा गया। इसमें नामजद अधिवक्ता सुमित चांदना जेल गए थे। बाद में सुमित की जमानत हो गई। इसके बाद पांच उपद्रवियों ने भी जमानत अर्जी लगाई, मगर अर्जी खारिज हो गई।
पांच मई को शब्बीरपुर में जातीय हिंसा भड़की तो इसमें भी पुलिस ने दोनों पक्षों से 122 नामजद व 600 से अधिक अज्ञात पर नौ मुकदमा दर्ज किया। 17 को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इन 9 मुकदमों में से एक में वादी मानवीर की ओर से दर्ज मुकदमे में आरोपियों पर मारपीट, आगजनी, डकैती, जातिसूचक शब्द कहने, धार्मिकस्थल को नुकसान पहुंचाने व महिलाओं से अभद्रता करने जैसे आरोप लगाए गए। मानवीर के मुकदमे में पुलिस ने अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार हुए ओम सिंह व अनुज की ओर से एससी एसटी एक्ट की विशेष अदालत में जमानत अर्जी पेश की गई, लेकिन कोर्ट ने अर्जी खारिज कर दी। अन्य गिरफ्तारी में अभी सेशन कोर्ट में जमानत अर्जी नही लगी है।
नौ मई को देहात कोतवाली, रामपुर मनिहारन, सरसावा, बडग़ांव व कुतुबशेर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक साथ आठ स्थानों पर हिंसा हुई। इन मामलों में 24 मुकदमे दर्जकर 188 को नामजद व 900 से अधिक को अज्ञात में आरोपित किया गया। इन मामलों में सर्वाधिक 119 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
बसपा सुप्रीमो मायावती के शब्बीरपुर आगमन के दौरान 23 मई को बडग़ांव थाना क्षेत्र में हुई जातीय ङ्क्षहसा में 4 मुकदमे दर्ज कर 82 आरोपियों को नामजद किया गया, जबकि 200 से अधिक अज्ञात में मुकदमे दर्ज हुए। अभी तक इन मुकदमों में 25 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। 24 मई को दो स्थानोंं पर हुई हिंसा में दर्ज दो मुकदमों में 12 को नामजद व दर्जनों को अज्ञात में आरोपी बनाया गया है। अभी तक इन मुकदमों में एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस की योजना है कि जितने भी आरोपी जेल गए हैं, उनकी अदालत में मजबूत पैरवी कराई जाए ताकि किसी को जमानत ना मिल सके।
एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि उपद्रवियों की जमानत न हो, इसके लिए ठोस पैरवी होगी। उन्होंने बताया कि मुकदमों की जांच के लिए एसपी क्राइम एवं यातायात ओमवीर ङ्क्षसह के नेतृत्व में 12 सदस्यों की टीम के साथ एसआइटी का गठन कर दिया है। टीम में सीओ देवबंद व 11 इंस्पेक्टरों को नियुक्त किया है। ये टीम जल्द ही जांच-पड़ताल कर रिपोर्ट उन्हें देगी। इसके बाद चार्जशीट कोर्ट में पेश की जाएगी।
चंद्रशेखर की गिरफ्तारी को पुलिस के हवाई तीर
सहारनपुर : सहारनपुर हिंसा के आरोपी चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण की गिरफ्तारी को लेकर गृह सचिव, एडीजी से लेकर स्थानीय अफसरों ने बड़े-बड़े दावे किए। बावजूद इसके वह पुलिस पकड़ से दूर है। पुलिस व एसटीएफ की टीम रावण की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली, गाजियाबाद, देहरादून, हरिद्वार आदि स्थानों पर लगातार दबिश डालने का दावा कर रही है, दूसरी ओर चंद्रशेखर व उससे जुड़े भीम आर्मी के सदस्यों की ओर से लगातार बयान आ रहा है कि वह कोर्ट में आत्मसमर्पण करेगा।
खुफिया विभाग की रिपोर्ट की मानें तो पुलिस से दूर रहकर शेखर ने अपने पक्ष में माहौल तैयार कर लिया है। इसके चलते उसकी गिरफ्तारी पर बवाल की आशंका जताई जा रही है। कई राजनीतिक संगठन शेखर को पनाह दिए हुए हैं। जेएनयू के छात्र नेता तो खुलकर ही सामने आ गए हैं। हालांकि एसएसपी बबलू कुमार का दावा है कि चंद्रशेखर को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
अफसरों से वार्ता के बाद महापंचायत स्थगित
बिजनौर : सहारनपुर के शब्बीरपुर की जातीय हिंसा को लेकर 30 मई को यहां के नुमाइश ग्र्राउंड में प्रस्तावित महापंचायत स्थगित कर दी गई है। अफसरों से आयोजकों की बातचीत के बाद यह निर्णय हुआ। सहारनपुर में पिछले दिनों हुई जातीय हिंसा को लेकर दलितों पर जुल्म-ज्यादती का आरोप लगाते हुए अखिल भारतीय गुरु रविदास एवं मानव सुरक्षा दल और आभास महासंघ ने 30 मई को नुमाइश ग्राउंड में महापंचायत और धरना देने का एलान किया था।
रविवार को शहर कोतवाली में अखिल भारतीय गुरु रविदास एवं मानव सुरक्षा दल व आभास महासंघ के आठ पदाधिकारियों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। सभी को 25-25 लाख रुपये के मुचलके में पाबंद किया गया था। पुलिस ने आयोजकों के घर पर चेतावनी नोटिस चस्पा कर दिया था। दूसरी ओर पुलिस अंदरखाने आयोजकों से बातचीत कर रही थी। इसी कड़ी में सोमवार सुबह डीआइजी मुरादाबाद ओंकार ङ्क्षसह यहां पहुंच गए थे। दोपहर को महापंचायत करने वाले संगठनों के पदाधिकारियों को कलक्ट्रेट में बुलाया गया। वार्ता के बाद आयोजक महापंचायत स्थगित करने पर सहमत हो गए।