साबरमती सुरंग के तार लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े
अहमदाबाद। गुजरात की सबसे सुरक्षित साबरमती जेल में बंद आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के कैदियों की ओर से खोदी गई 42 फीट लंबी सुरंग मामले की जांच कर रहे क्राइम ब्रांच व एफएसएल के अधिकारियों ने इस घटना को रिकन्स्ट्रक्ट किया। उधर इस मामले से लश्कर-ए-तैयबा के असगर अली के तार जुड़ने की आशंका है, असगर पूर्वमंत्री हरेन पंड्या मामले में इस जेल में रह चुका है।
अहमदाबाद। गुजरात की सबसे सुरक्षित साबरमती जेल में बंद आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के कैदियों की ओर से खोदी गई 42 फीट लंबी सुरंग मामले की जांच कर रहे क्राइम ब्रांच व एफएसएल के अधिकारियों ने इस घटना को रिकन्स्ट्रक्ट किया। उधर इस मामले से लश्कर-ए-तैयबा के असगर अली के तार जुड़ने की आशंका है, असगर पूर्वमंत्री हरेन पंड्या मामले में इस जेल में रह चुका है।
गुजरात पुलिस व साबरमती जेल प्रशासन के लिए सरदर्द बन चुकी 42 फीट सुरंग खोदे जाने की घटना विविध चार एजेंसियों कर रही है साथ सरकार ने एक उच्चस्तरीय समिति का भी गठन किया है। इन्टेलीजेंस ब्यूरो के 4 माह पुराने इनपुट के आधार पर इस घटना से लश्कर ए तैयबा के तार जुड़ने की आशंका है। आईबी ने जेल प्रशासन को कैदियों के भागने की साजिश रचे जाने से आगाह किया था। पूर्व मंत्री हरेन पंड्या की हत्या मामले में पकड़ा गया लश्कर ए तैयबा का आतंकी असगर अली इस मामले में निर्दोष छूट गया था, हैदराबाद निवासी असगर अली ही जेल में सुरंग खोदकर इंडियन मुजाहिदीन के आतंकियों को जेल से निकालने की साजिश रच रहा था।
आईएम के आतंकी अहमदाबाद में वर्ष 2008 में हुए सीरियल बम धमाका मामलों में यहां बंद हैं। जेल डीआईजी अमित विश्वकर्मा के नेतृत्व में इसकी जांच कर रही क्राइम ब्रांच व फोरेंसिक साइन्स लेबोरेटरी के अधिकारियों ने शनिवार को साबरमती जेल में सुरंग खोदने की घटना को रिकन्स्ट्रक्शन कर इस साजिश को समझने का प्रयास किया।
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