गुजरात में मुस्लिमों संग रख किया जा रहा हिंदू कैदियों का टॉर्चर!
मैं हिंदू हूं... कुछ दिन पूर्व ही मुझे मुस्लिम बहुल बैरक में शिफ्ट कर दिया गया। अब मेरा वहां उत्पीडऩ किया जा रहा है... मेरे धर्म पर आघात किया जा रहा है... इसलिए मुझे इस्लाम धर्म कबूलने की इजाजत दी जाए। ऐसी मांग करने वाला पत्र लिखा है
अहमदाबाद। साहब। मैं हिंदू हूं... कुछ दिन पूर्व ही मुझे मुस्लिम बहुल बैरक में शिफ्ट कर दिया गया। अब मेरा वहां उत्पीडऩ किया जा रहा है... मेरे धर्म पर आघात किया जा रहा है... इसलिए मुझे इस्लाम धर्म कबूलने की इजाजत दी जाए।
ऐसी मांग करने वाला पत्र लिखा है हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे जिगनेश सोनी ने। एक अंग्रेजी समाचार पत्र में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार जिगनेश ने गुजरात जेल विभाग को पत्र लिख अपने उत्पीडऩ की शिकायत करने के साथ इस्लाम धर्म कबूलने की इजाजत मांगी है। जेल विभाग जल्द ही उसके पत्र को हाई कोर्ट के समक्ष रखेगा। वहीं, जेल प्रशासन का कहना है कि जिगनेश की मांग अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश भर है।
जिगनेश सोनी सन् 2009 में हत्या के मामले में गिरफ्तार हुआ था। तब से वह साबरमती सेंट्रल में बंद है। जिगनेश को 22 मई को दूसरे बैरक में शिफ्ट किया गया था। ये बैरक मुस्लिम कैदियों से भरा हुआ है। जिसके बाद उसने 27 मई को जेल सुपरिटेंडेंट आरएस भगोरा को पत्र लिखा। पत्र में उसने इस्लाम धर्म अपनाने की अनुमति मांगी। जिगनेश ने यह भी दावा किया कि दस और कैदी जल्द ही पत्र लिखकर इस्लाम धर्म अपनाने की अनुमति मांगने वाले हैं। उसने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि इस बैरक में हिंदू कैदियों को टॉर्चर करने के लिए ही रखा जाता है।
समाचार पत्र के अनुसार नए बैरक में शिफ्ट होने के बाद जिगनेश के साथ कथिततौर पर गालीगलौच की गई और उसकी धार्मिक आस्था पर भी सवालिया निशान लगाए गए। जिगनेश ने इसकी शिकायत जब जेल अधिकारियों से की तो उसे कोई राहत नहीं मिली। इसके उलट जिगनेश को कथिततौर पर कहा गया कि उसे यह सब भुगतना होगा। ऐसा भी कहा जा रहा है कि पूर्व में दूसरे हिंदू कैदियों को भी टॉर्चर करने के लिए मुस्लिम बहुल बैरक में शिफ्ट किया जाता रहा है।