रूस का पाक के साथ सैन्य अभ्यास सरकार की कूटनीतिक विफलता: एंटनी
पूर्व रक्षामंत्री कांग्रेस नेता एके एंटनी ने कहा कि चाहे गुलाम कश्मीर में रूसी सेना ने सैन्य अभ्यास न किया हो। मगर यह कम मायने नहीं रखता कि पाकिस्तान पहुंचकर रूसी सैनिक वहां संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहे हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। रूस के पाकिस्तान के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास करने को कांग्रेस ने सरकार की कूटनीतिक विफलता करार दिया है। पार्टी ने कहा है कि आजादी के बाद यह पहला वाकया है कि पूर्व सोवियत संघ और अब रूस ने पाक के साथ किसी तरह का संयुक्त सैन्य अभ्यास किया है। रूस के इस कदम से भारत की कूटनीति और सामरिक रणनीति को झटका लगेगा।
पूर्व रक्षामंत्री कांग्रेस नेता एके एंटनी ने कहा कि चाहे गुलाम कश्मीर में रूसी सेना ने सैन्य अभ्यास न किया हो। मगर यह कम मायने नहीं रखता कि पाकिस्तान पहुंचकर रूसी सैनिक वहां संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मौजूदा सरकार की सबसे बड़ी कूटनीतिक विफलता है। क्योंकि संयुक्त राष्ट्र समेत सभी वैश्रि्वक मंचों पर रुस एक बेहद भरोसेमंद मित्र के रुप में हमेशा भारत के साथ खड़ा रहा है। जरूरत पड़ने पर रुस ने भारत के पक्ष में अपने वीटो अधिकार का भी प्रयोग किया है।
एंटनी ने कहा कि ऐसा रिश्ता होते हुए जब रुसी सैनिक पाकिस्तान के साथ सैन्य अभ्यास के लिए जाते हैं तो फिर सरकार की कूटनीति पर सवाल उठना लाजिमी है। पूर्व रक्षामंत्री ने सीधे तौर पर तो रुस के इस फैसले पर कुछ नहीं कहा मगर इशारों में यह संकेत दिया कि सरकार ने अमेरिका से दोस्ती में रुस की अनदेखी की है। रुस इस अनदेखी का अहसास कराने के लिए ही पाक के साथ यह संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहा है।
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