रूस के पास हैं ट्रंप की निजी जिंदगी से जुड़े कई सनसनीखेज राज
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने भी इसे झूठा करार दिया है। उन्होंने इसे शीतयुद्ध के बाद सबसे खराब दौर में पहुंच चुके रूस-अमेरिका संबंधों को और बिगाड़ने की साजिश बताया है।
वाशिंगटन, प्रेट्र/रायटर । 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्टो में दावा किया गया है कि ट्रंप का समर्थन करने के साथ-साथ रूसी खुफिया एजेंसियों ने उनकी निजी जिंदगी और आय को लेकर सालों से सनसनीखेज जानकारी जुटा रखी है। ट्रंप ने इस दावे को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने भी इसे झूठा करार दिया है। उन्होंने इसे शीतयुद्ध के बाद सबसे खराब दौर में पहुंच चुके रूस-अमेरिका संबंधों को और बिगाड़ने की साजिश बताया है।
इनका कहना है
-वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार एफबीआइए और सीआइए समेत अमेरिका की चार प्रमुख खुफिया एजेंसियों ने ट्रंप और निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा के सामने राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप पर एक रिपोर्ट पेश की थी। इसमें बताया गया है कि रूसी एजेंसियों के पास ट्रंप के कई राज हैं।
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-एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि रूस ने दोनों मुख्य उम्मीदवारों के बारे में मुश्किल खड़ी करने वाली जानकारियां जुटाईं, लेकिन वही दस्तावेज सार्वजनिक किए गए जिससे डेमोक्रेटिक प्रत्याशी हिलेरी क्लिंटन को नुकसान पहुंच सकता था।
-सीएनएन के मुताबिक दो पृष्ठ वाली इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप और रूसी सरकार के मध्यस्थों के बीच जानकारियों का आदान-प्रदान लगातार जारी था।
-वेबसाइट बजफीड ने बताया है कि ब्रिटिश एजेंट को रूसी सूत्रों ने बताया है कि उनके पास ट्रंप से जुड़ी चौंकाने वाली जानकारी है। उनका सेक्स वीडियो भी रूसी एजेंसियों के पास है।
मुसलमानों पर पाबंदी नहीं
सीनेटर जेफ सेशंस ने अमेरिका में मुसलमानों के प्रवेश पर पाबंदी लगाने के विचार का विरोध किया है। संसदीय समिति की सुनवाई में उन्होंने इसके बजाय ऐसे लोगों पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी जो आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों से आते हैं। सेशंस को ट्रंप ने अटॉर्नी जनरल पद के लिए नामित कर रखा है। चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने मुसलमानों के प्रवेश पर पाबंदी की वकालत की थी।
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