Move to Jagran APP

विवाद बढ़ते ही आरक्षण पर बयान से पलटे मनमोहन वैद्य

आरक्षण के खिलाफ बयान पर विवाद बढ़ते ही आरएसएस प्रवक्ता मनमोहन वैद्य अपनी बात से पलट गए।

By Manish NegiEdited By: Published: Fri, 20 Jan 2017 07:03 PM (IST)Updated: Sat, 21 Jan 2017 06:28 AM (IST)
विवाद बढ़ते ही आरक्षण पर बयान से पलटे मनमोहन वैद्य
विवाद बढ़ते ही आरक्षण पर बयान से पलटे मनमोहन वैद्य

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। आरक्षण के खिलाफ बयान पर विवाद बढ़ते ही आरएसएस प्रवक्ता मनमोहन वैद्य अपनी बात से पलट गए। उन्होंने साफ किया है कि संघ समाज में बराबरी लाने के लिए आरक्षण का समर्थन करता है। दलितों और पिछड़ों को मिल रहे आरक्षण को खत्म करने की बात कही ही नहीं थी।

loksabha election banner

उनके अनुसार, जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में उन्होंने धार्मिक आधार पर आरक्षण दिए जाने के खिलाफ बोला था। ध्यान देने की बात है कि तेलंगाना सरकार धार्मिक आधार पर मुसलमानों को 12 फीसद आरक्षण देने की तैयारी कर रही है। इससे पहले जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में आरक्षण पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए वैद्य ने कहा था कि आरक्षण लंबे समय तक रहेगा तो इससे समाज में भेदभाव बढे़गा। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का हवाला देते हुए उनका कहना था कि किसी भी समाज में लंबे समय तक आरक्षण की व्यवस्था अच्छी नहीं है।

जाट फिर आरक्षण के लिए अांदोलन की राह पर, बैठक कर बनाई रणनीति

मनमोहन वैद्य बोले, 'सबको अवसर अधिक दिए जाएं, शिक्षा मिले। इसके आगे आरक्षण देना, अलगाववाद को बढ़ावा देना है।'पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले मनमोहन वैद्य के इस बयान से भाजपा समेत सभी राजनीतिक दलों में हड़कंप मच गया। सभी विरोधी पार्टियों ने एक स्वर से भाजपा पर हमला बोल दिया। विवाद बढ़ते देख वैद्य ने सफाई दी कि दलितों और पिछड़ों को मिल रहे आरक्षण का कभी विरोध नहीं किया।

आरएसएस सदियों से शोषण के शिकार रहे दलितों और पिछड़ों के आरक्षण का समर्थन करता है। संघ नेता के मुताबिक, अपने संबोधन में उन्होंने केवल धार्मिक आधार पर आरक्षण देने की कोशिशों का विरोध किया था। मनमोहन वैद्य की सफाई से भाजपा ने राहत की सांस ली है। भाजपा को डर था कि विरोधी दल वैद्य के इस बयान को दलितों और पिछड़ी जातियों के बीच उसके खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। ध्यान रहे कि बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के इसी तरह के बयान से भाजपा को सियासी नुकसान हो चुका है। जदयू, राजद और कांग्रेस के महागठबंधन ने इसे बिहार विधानसभा चुनाव में प्रमुख मुद्दा बना दिया था और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस पर सफाई देनी पड़ गई थी।

आरक्षण पर फिर घिरा संघ, लालू बोले, बिहार की तरह यूपी में भी करेंगे धुलाई


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.