अंतरजातीय विवाह के समर्थन में उतरे संघ प्रमुख मोहन भागवत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने देश में अंतरजातीय विवाह का समर्थन किया है।
नई दिल्ली (पीटीआई)। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अंतरजातीय विवाह का समर्थन किया है। 'ऑर्गेनाइजर' को दिए साक्षात्कार में भागवत ने स्वयंसेवकों से ऐसे सुधारवादी कदम के पक्ष में खड़े होने की बात कही है। संघ प्रमुख का यह बयान ऐसे समय आया है जब भाजपा ने हाल में संपन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पिछड़ी जातियों और दलितों को अपने पक्ष में करने का भरपूर प्रयास किया था।
हिंदुओं में अंतरजातीय शादी आज भी बड़ा और विवादित मसला है। भागवत ने कहा, 'संघ इस बात पर जोर देना चाहता है कि स्वयंसेवक ऐसे सुधारवादी कदम (अंतरजातीय विवाह) के पक्ष में खड़े हों। आमतौर पर ऐसा होता है और होना भी चाहिए।
भागवत ने कहा कि यदि आप सर्वे कराएंगे तो पाएंगे कि अन्य की अपेक्षा स्वयंसेवकों ने कहीं ज्यादा अंतरजातीय शादियां की हैं।' भागवत ने कहा कि सामाजिक समानता को बढ़ावा देने वाले लोग जहां भी सत्ता में हैं, उन्हें दलितों और आदिवासियों से जुड़े संवैधानिक और कानूनी प्रावधानों को सख्ती से लागू कराना सुनिश्चित करना चाहिए।
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