इंदौर में रह रही गीता को माता-पिता से मिलवाने पर 1 लाख का इनाम: सुषमा
गीता का असली नाम गुड्डी है। गुड्डी बचपन से पाकिस्तान में थी, जिसे केंद्र सरकार की कोशिश के बाद भारत लाया गया। सुषमा स्वराज ने कहा कि गीता बिहार या झारखंड की हो सकती है।
नई दिल्ली, एजेंसी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान से लाई गई देश की मूक-बधिर युवती गीता को उसके माता-पिता से मिलवाने वाले को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। स्वराज ने रविवार को गीता के साथ अपना वीडियो संदेश जारी कर मार्मिक अपील की है। एक दशक तक पाकिस्तान में रही गीता को 2015 में भारत लाया गया था।
पाकिस्तान से आने के बाद गीता को सरकार ने इंदौर के स्कीम-71 स्थित मूक-बधिर संस्थान में रखा। बीते दो वर्षों से गीता यहीं रह रही है। सुषमा स्वराज ने अपील में कहा है- 'जब भी मैं गीता से मिलती हूं तो वो रोते हुए शिकायत करती है, मैडम किसी तरह मेरे माता-पिता को ढूंढ दो। जो भी गीता के माता-पिता हों सामने आएं। इस बेटी को बोझ नहीं बनने देंगे। इसकी शादी, पढ़ाई की सारी जिम्मेदारी हम उठाएंगे।'
#WATCH EAM Sushma Swaraj appeals people to help Geeta (Indian girl brought back from Pakistan in 2015 ) in finding her parents. pic.twitter.com/aQpg3CSL5Y— ANI (@ANI) October 1, 2017
उन्होंने कहा कि गीता का असली नाम गुड्डी है। गुड्डी बचपन से पाकिस्तान में थी, जिसे केंद्र सरकार की कोशिश के बाद भारत लाया गया। स्वराज ने कहा कि गीता बिहार या झारखंड की हो सकती है। उन्होंने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया कि यह अपील सभी कैबल नेटवर्क पर अगले सात दिन तक दिखाई जाए, ताकि लोग उसकी मदद के लिए आगे आ सकें। गीता को अक्टूबर 2015 में पाकिस्तान से लाया गया था। स्वराज ने उसकी वापसी में काफी मदद की थी। वह मात्र 7-8 साल की उम्र में समझौता एक्सप्रेस से पाकिस्तान चली गई थी।
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