चुनावी तान पर संसद में फिर गूंजा मोगा
अगले डेढ़ साल में चुनाव में जा रहे पंजाब की राजनीति संसद में गर्म होने लगी है। शायद यही कारण है कि चार दिन पहले चर्चा पूरी होने के बावजूद मंगलवार को संसद में फिर से मोगा की घटना गूंजी। सक्रिय हुए राहुल गांधी भी अपने साथी और पंजाब के
नई दिल्ली। अगले डेढ़ साल में चुनाव में जा रहे पंजाब की राजनीति संसद में गर्म होने लगी है। शायद यही कारण है कि चार दिन पहले चर्चा पूरी होने के बावजूद मंगलवार को संसद में फिर से मोगा की घटना गूंजी। सक्रिय हुए राहुल गांधी भी अपने साथी और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को सलाह देते दिखे। राज्यसभा में भी लगभग पूरा विपक्ष मोगा घटना को लेकर उग्र रहा।
कभी कभार ही संसद आने वाले कैप्टन मंगलवार को सुबह से ही लोकसभा में मौजूद थे। उन्होंने मोगा घटना पर कार्यस्थगन प्रस्ताव भी दिया था। यह और बात है कि इस घटना पर कुछ दिन पहले ही चर्चा हो चुकी है। लेकिन शून्यकाल में कैप्टन ने फिर से इसे उठाने की कोशिश की जिसका संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने विरोध किया और कहा कि चर्चा होने के बाद किसी को कभी-कभी पुराना मुद्दा उठाने की छूट नहीं होनी चाहिए।
इस बीच, साथ में बैठे राहुल कैप्टन से यह बोलते हुए सुने गए कि पंजाब की पूरी स्थिति पर सवाल उठाइए। कहिए कि पिछले कुछ महीनों मे लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं। वैसे खास बात है कि राहुल और कैप्टन एक दूसरे को नापसंद करते हैं, यह किसी से छिपा नहीं है।
बहरहाल, लोकसभा अध्यक्ष ने उन्हें इजाजत नहीं दी। शोर शराबे में कार्यवाही जरूर स्थगित हो गई। दूसरी तरफ राज्यसभा में भी लगभग यही हाल था। वहां माकपा नेता सीताराम येचुरी ने यह सवाल उठाया तो कांग्रेस सदस्यों ने इसे लपक किया। नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने भी इस पर चर्चा की मांग की। लेकिन नोटिस के अभाव में सभापति ने इसे खारिज कर दिया।
ध्यान रहे कि कुछ दिन पहले राहुल ने भी पंजाब मंडी का दौरा कर संसद में वहां का सवाल उठाया था। जवाब में सरकार की ओर से दो-दो मंत्रियों ने जवाब दिया था। पंजाब में 2017 की शुरुआत में ही चुनाव है। अकाली दल-भाजपा की सरकार पिछले आठ साल से यहां सत्ता में है।
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