IB का दावा, टूरिस्ट बनकर दिल्ली को तबाह करने आए थे आतंकी
मेडिकल टूरिस्ट बहाने घुसने वाले आतंकियों की पहचान पाकिस्तानी नागरिक अहमद खान दुर्रानी और अफगान नागरिक अब्दुल कादरी के तौर पर हुई थी।
नई दिल्ली (जेएनएन)। आतंकी दशहतगर्दी फैलाने के लिए अलग-अलग तरीके इस्तेमाल कर रहे हैं। खुफिया एजेंसियों ने खुलासा किया है कि जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकी मेडिकल टूरिज्म के बहाने पिछले साल दिल्ली में विस्फोट करने आए थे। हालांकि, खुफिया एजेंसियों की सक्रियता से यह सफल नहीं हो पाया है।
Alert: दिल्ली विधानसभा पर आतंकी हमले की फिराक में जैश-ए-मोहम्मद
मेडिकल टूरिस्ट बहाने घुसने वाले आतंकियों की पहचान पाकिस्तानी नागरिक अहमद खान दुर्रानी और अफगान नागरिक अब्दुल कादरी के तौर पर हुई थी। इंडिया टुडे पत्रिका के मुताबिक, आतंकियों ने दिल्ली में घुसने के लिए मेडिकल टूरिजम का सहारा लिया था। दुर्रानी ने जहां खुद को एक अफगान मरीज बताया था वहीं कादरी उसका अटेंडेंट बना था।
पिछले साल दिसंबर में जो हमला नाकाम रहा था, उसका मास्टरमाइंड मौलामा अब्दुल रहमान था। जिहादी सर्कल में उसे एमएआर के नाम से जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि 1999 के कंधार विमान हाइजैकिंग में भी वह शामिल था। इंटेलिजेंस अधिकारियों ने बताया कि इन आतंकवादियों को केमिकल बम देकर भेजा गया था।
आतंकी खुद को पर्यटक बताकर घुसे थे दिल्ली में
खुफिया एजंसियों ने खुलासा किया है कि इस हमले में शामिल और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के समर्थन वाले ये आतंकवादी खुद को अफगानिस्तान के मेडिकल टूरिस्ट (इलाज के लिए आने वाले) बताकर दिल्ली में घुसे थे।
आतंकियों का था ISI का समर्थन
मास्टरमाइंड मौलामा अब्दुल रहमान को ISI और पाकिस्तान के हक्कानी नेटवर्क का समर्थन हासिल है। उसने भारत में सबसे पहला आतंकवादी हमला करने की कोशिश पिछले साल नवंबर में की थी, जब उसने दिल्ली में पांच जगहों को निशाना बनाने के लिए अपने दो लोगों को भेजा था।