धार्मिक सहिष्णुता बनाए रखने को लेकर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में प्रस्ताव पास
धार्मिक कट्टरता को लेकर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया गया है। इस प्रस्ताव को विपक्ष के नेता उमर अब्दुल्ला ने रखा। इस प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य एक दूसरे के प्रति धार्मिक सहिष्णुता बनए रखने की है।
श्रीनगर। धार्मिक कट्टरता को लेकर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया गया है। इस प्रस्ताव को विपक्ष के नेता उमर अब्दुल्ला ने रखा। इस प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य एक दूसरे के प्रति धार्मिक सहिष्णुता बनए रखने की है।
इससे पहले निर्दलीय विधायक इंजीनियर राशिद ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा के बाहर अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन किया। राशिद की गुरुवार को विधानसभा के अंदर भाजपा विधायकों ने पिटाई कर दी थी। विधायक राशिद ने चंद दिनों पहले एमएलए हॉस्टल में बीफ पार्टी का आयोजन किया था। इस आयोजन से भाजपा विधायकों में रोष था।
विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करते हुए इंजीनियर राशिद ने 'मोदी-मुफ्ती हाय-हाय' के नारे लगाए। समर्थकों द्वारा हंगामा बढ़ता देख सुरक्षा बलों ने हल्का बल प्रयोग कर हालात को नियंत्रित किया। पुलिस ने इंजीनियर राशिद को हिरासत में ले लिया।
उधर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने निर्दलीय विधायक इंजीनियर राशिद और भाजपा नेताओं को नसीहत दी है। आजाद ने कहा है कि राशिद को किसी समुदाय की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए था। भाजपा नेताओं को उन्होंने कहा कि दोनों भाजपा विधायकों को कानून हाथ में लेने का कोई अधिकार नहीं है।
बीफ पार्टी देने वाले विधायक रशीद की भाजपा MLA ने की पिटाई
गौरतलब है कि गुरुवार को विधानसभा सत्र के दौरान भाजपा विधायकों ने इंजीनियर राशिद की पिटाई कर दी थी। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष में जमकर बहस हुई। राशिद के समर्थन में नेशनल कांफ्रेंस ने ससदन से वॉक आउट कर दिया था। नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने स्पीकर पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनका रवैया पक्षपातपूर्ण है।