दिल्ली MCD चुनाव 2017: दांव पर लगी AAP-भाजपा और कांग्रेस की साख
दिल्ली नगर निगम चुनाव में देश की तीन बड़ी पार्टियों की साख दांव पर लगी हुई है। इन तीनों पार्टियों में भाजपा, कांग्रेस और आप शामिल है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली के तीनों नगर निगमों की 270 सीटों पर मतदान कुछ देर बाद शुरू होगी। रविवार सुबह 8 बजे से शाम 5:30 तक मतदान होगा। दिल्ली नगर निगम में कुल 272 वार्ड हैं। इनके लिए कुल 13,138 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। 2012 में पूर्वी दिल्ली में 57 फीसदी, दक्षिणी में 53 और उत्तरी दिल्ली में 55 फीसदी मतदान हुआ था।
बता दें कि पिछले 10 साल से यहां भाजपा काबिज है। ऐसे में उसके लिए कुर्सी बचाने की सबसे बड़ी चुनौती है। वहीं कांग्रेस और ‘आप’ भी मैदान में कड़ी टक्कर दे रही हैं। इनके अलावा योगेंद्र यादव की पार्टी स्वराज इंडिया भी इस बार ताल ठोक रही है।
वैसे तो सभी पार्टियों ने चुनाव प्रचार में कोई कमी नहीं छोड़ी हैं, लेकिन अब देखना यह होगा कि किसके सिर पर जीत का सेहरा बंधेगा।
दिल्ली नगर निगम चुनाव में देश की तीन बड़ी पार्टियों की साख दांव पर लगी हुई है। इन तीनों पार्टियों में भाजपा, कांग्रेस और आप शामिल है। इनके साथ ही इस चुनाव में बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी ने भी जोर शोर से प्रचार किया है।
यह भी पढ़ेंः मोदी के खिलाफ महागठबंधन की कवायद पर केजरीवाल का सुर अलग
दिल्ली में भाजपा को यह चुनाव हर हाल में जीतना है, क्योंकि पांच राज्यों उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गोवा, पंजाब और मणिपुर के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने चार राज्यों में अपनी सरकार बनाई है और यूपी में तो पूर्ण बहुमत प्राप्त हुआ है। ऐसे में यह चुनाव भाजपा के लिए नाक का सवाल बन गया है?
वहीं, कांग्रेस के पास दिल्ली में न कुछ खोने के लिए है और ना ही कुछ ज्यादा पाने के लिए ऐसे में कांग्रेस चुपचाप अपने चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। अभी कई राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हालत वैसे ही पतली रही है।
आम आदमी पार्टी की बात करें तो ये चुनाव इसलिए खास है, क्योंकि दिल्ली में आप की सरकार हैं, इसलिए उन्हें हर हाल में एमसीडी चुनाव जीतना होगा। इससे केजरीवाल सरकार के प्रति अच्छा संदेश जाएगा।
गौरतलब है कि दिल्ली के तीन नगर निगमों में 272 वार्ड हैं। इनमें उत्तर और दक्षिण दिल्ली में 104-104 और पूर्वी में 64 वार्ड हैं।
यह भी पढ़ें: सिसोदिया बोले- कोठी की टैक्स माफी MCD का हक तो हाउस टैक्स क्यों नहीं
2007 के चुनाव परिणाम
भाजपा - 144
कांग्रेस - 59
बसपा - 12
इस दौरान दिल्ली नगर निगम का विभाजन नहीं हुआ था
2012 के चुनाव परिणामः
भाजपा- 138
कांग्रेस - 78
राष्ट्रीय लोकदल- 5
इंडियन नेशनल लोकदल-3
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी -5
सपा -2
जेडीयू -2