क्या हुआ था 1965 में, जिससे छिड़ा था भारत-पाक युद्ध
भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध को पचास साल पूरे हो रहे हैं। आइए जानते हैं, भारत-पाक युद्ध की मुख्य वजह क्या थी। 5 अगस्त को
By Manoj YadavEdited By: Published: Thu, 27 Aug 2015 07:53 PM (IST)Updated: Fri, 28 Aug 2015 08:31 AM (IST)
नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध को पचास साल पूरे हो रहे हैं। आइए जानते हैं, भारत-पाक युद्ध की मुख्य वजह क्या थी।
- 5 अगस्त 1965 को करीब 30 हजार पाकिस्तानी सैनिक एलओसी पार करके कश्मीर में घुस आए थे। सभी ने स्थानीय लोगों की वेशभूषा बना ली थी।
- 15 अगस्त को भारतीय सेना और सरकार को इस घुसपैठ की सूचना मिली। स्थानीय मुखबिरों ने सेना के अधिकारियों को इस बारे में जानकारी दी।
- 1 सितंबर को पाकिस्तान की सेना ने आॅपरेशन ग्रैंड स्लैम शुरू किया। इसका मकसद जम्मू के अखनूर जिले पर कब्जा करना था।
- 6 सितंबर को भारतीय सेना ने हमले का जोरदार जवाब दिया। भारत ने इसे युद्ध घोषित करते हुए पश्चिमी सीमा से अंतर्राष्ट्रीय सीमा लांघ दी।
- अलग-अलग मोर्चो पर लड़ते हुए भारत ने पाकिस्तान के 1800 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा कर लिया जबकि भारत के 550 वर्ग किलोमीटर पर पाक का कब्जा हो गया।
- पाकिस्तान के 90 से ज्यादा अमेरिकन पैटर्न टैंकों को भारतीय सेना ने बर्बाद कर दिया जबकि भारत को 30 टैंकों का नुकसान पहुंचा।
- विश्व शक्तियों के हस्तक्षेप के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम घोषित कर दिया गया और दोनों देशों की सेना अपनी जगहों पर डट गईं।
- ताशकंद में लाल बहादुर शास्त्री और पाक जनरल अयूब खान के बीच हुए समझौते के बाद दोनों देश अप्रैल, 1965 की सीमाओं की स्थिति बनाए रखने पर राजी हो गए।
1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की प्रमुख जानकारियां
- भारत और पाकिस्तान के बीच यह दूसरी जंग थी। इससे पहले 1947 में पाकिस्तान एक बार मुंह की खा चुका था।
- दोनों देशों के बीच अप्रैल 1965 से सितम्बर 1965 के बीच यह जंग हुई थी। इसे कश्मीर के दूसरे युद्ध के नाम से भी जाना जाता है।
- इस लड़ाई की शुरुआत पाकिस्तान ने अपने सैनिको को घुसपैठियो के रूप मे भेज कर इस उम्मीद मे की थी कि कश्मीर की जनता भारत के खिलाफ विद्रोह कर देगी।
- अभियान का नाम पाकिस्तान ने 'जिब्राल्टर' रखा था। पांच महीने तक चलने वाले इस युद्ध मे दोनों पक्षो के हजारो लोग मारे गए।
- युद्ध का अंत संयुक्त राष्ट्र द्वारा युद्ध विराम की घोषणा के साथ हुआ और ताशकंद मे दोनों पक्षो में समझौता हुआ।
- युद्ध में भारतीय सेना ने अदम्य साहस का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तानी सेना को हराया था। कहा तो यह भी जाता है कि इस युद्ध में भारतीय सेना ने लाहौर तक मोर्चा खोल दिया था।
- युद्ध में भारतीय जल सेना ने भी अपना जौहर दिखाया था।
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