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याकूब मेमन की फांसी पर राजनीतिक दल के नेताओं की प्रतिक्रिया

1993 मुंबई ब्लास्ट मामले में याकूब मेमन को आज सुबह नागपुर जेल में फांसी दे दी गई। हालांकि अंतिम समय तक उसे बचाने की कोशिश की गई। इसके बावजूद आज सुबह लोगों ने काफी राहत की सांस ली जब 257 बेगुनाह लोगों की हत्या मामले में याकूब को फांसी दे

By Sudhir JhaEdited By: Published: Thu, 30 Jul 2015 08:49 AM (IST)Updated: Thu, 30 Jul 2015 04:01 PM (IST)
याकूब मेमन की फांसी पर राजनीतिक दल के नेताओं की प्रतिक्रिया

नई दिल्ली। 1993 मुंबई ब्लास्ट मामले में याकूब मेमन को आज सुबह नागपुर जेल में फांसी दे दी गई। हालांकि अंतिम समय तक उसे बचाने की कोशिश की गई। इसके बावजूद आज सुबह लोगों ने काफी राहत की सांस ली जब 257 बेगुनाह लोगों की हत्या मामले में याकूब को फांसी दे दी गई। न्याय पाने के लिए आतंकी हमले में मारे गए 257 और घायल लगभग 750 लोगों के परिजनों को 22 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा। कुछ राजनीतिक दलों ने इसे राजनीतिक और सांप्रदायिक रंग देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। याकूब मेमन की फांसी पर राजनीतिक दल के नेताओं की प्रतिक्रियाएं---

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अपनी प्रतिक्रिया में भाजपा के शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कानून ने अपना काम कर दिया। न्याय मिलने में देरी तो हुई लेकिन पीड़ितों को न्याय जरूर मिला।

शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि याकूब को फांसी दिए जाने से पाकिस्तान आधारित आतंकवाद को लेकर अच्छा संदेश जाएगा।

भजापा के वरिष्ठ नेता किरिट सौमैया ने कहा कि भारत में लोकतंत्र जीवित है। सुप्रीम कोर्ट ने अपनी ड्यूटी निभाई।

कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने अपनी प्रतिक्रया में कहा 'याकूब को फांसी दे दी गयी। सरकार और न्यायपालिका की ओर से आतंक के आरोपी को दंड देने में तत्परता और प्रतिबद्धता दिखायी गयी। उम्मीद है कि सरकार और न्यायपालिका की ओर से आतंक के बाकी मामलों में भी ऐसी ही प्रतिबद्धता दिखायी जायेगी और जाति और धर्म से उपर उठकर फैसले किये जायेंगे।

कांग्रेस के ही शशि थरूर ने कहा कि वह याकूब को फांसी दिए जाने की खबर से स्तब्ध और दुखी हैं। हालांकि बाद में अपने बयान पर सफाई देते हुए थरूर ने कहा कि उनकी प्रतिक्रिया मौत की सजा को लेकर थी। मैने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं की।

भाकपा के डी राजा ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि अब समय आ गया है जब भारत जैसे देश में फांसी की सजा पर रोक लगा दी जानी चाहिए।

उधर, याकूब की फांसी का विरोध करने वाले सपा से अबु आजमी ने कहा कि मुंबई ब्लास्ट बाबरी मस्जिद विध्वंस के प्रतिक्रिया का परिणाम था।

मजलिसे इत्तेहादुल मुसलमीन के असादुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अब देखना यह है कि कोडनानी, बजरंगी और सिख दंगे के दोषियों को सजा कब मिलती है।

आप से निकाले गए नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने आज के दिन को भारतीय लोकतंत्र और भारतीय ज्यूडिसियरी के लिए दुखद दिन करार दिया।

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