2 हजार के नोटों की छपाई हुई बंद, अब ऐसे नोटों पर तेजी से हो रहा काम
सूत्रों के अनुसार, आरबीआई ने दो हजार के नोटों की छपाई पांच महीने पहले ही रोक दी थी। अब ऐसे नोटों की छपाई पर तेजी से काम किया जा रहा है, जिससे लेन-देन की प्रक्रिया बेहतर हो जाएगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। आने वाले समय में 2000 रुपए के नोट बाजार में कम दिखाई देने वाले हैं, क्योंकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने छपाई बंद कर दी है, वो भी पांच महीने पहले से ही। जी हां, और अब छोटे नोटों की छपाई पर जोर दिया जा रहा है। 'लाइव मिंट' की रिपोर्ट के अनुसार, आरबीआई के मैसूर प्रेस में 200 रुपये के नोटों की छपाई शुरू भी हो गई है। अगले महीने करीब एक अरब रुपये मूल्य के 200 रुपए के नोट बाजार में आने की उम्मीद है।
जानकारों का कहना है कि बाजार में 2000 के नोटों का फ्लो ज्यादा हो गया है और छोटे नोटों की किल्लत हो गई है। शायद इस वजह से ही ऐसे नोटों की छपाई तेज कर दी गई है। जानकारों के मुताबिक, 2000 रुपये के 7.4 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 3.7 अरब नोट प्रिंट हो चुके हैं। यह 8 नवंबर को नोटबंदी के बाद बंद एक हजार रुपये के 6.3 अरब नोटों के मूल्यों से अधिक है।
फिलहाल छापे जा रहे नोटों में 90 फीसदी 500 रुपये के नोट हैं। अब तक 500 के 14 अरब नोट छापे जा चुके हैं। यह आठ नवंबर को बंद हुए 500 रुपये के 15.7 अरब नोटों के काफी करीब है। 200 रुपए जैसे छोटे नोटों के बाजार में आने से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। इससे लेन-देन की प्रक्रिया काफी आसान हो जाएगी।
राज्य सभा में भी उठा मुद्दा
2000 रुपए के नोटों की छपाई बंद होने का मुद्दा राज्य सभा में भी उठाया गया। इस संबंध में समाजवादी पार्टी के सांसद नरेश अग्रवाल ने सवाल पूछा कि क्या वाकई में 2000 रुपए के नोटों की छपाई बंद हो गई है। उन्होंने सदन की कार्यवाही का संचालन कर रहे उपसभापति पी. जे. कुरियन से कहा कि परंपरा रही है कि संसद सत्र के दौरान सरकार अगर नीतिगत फैसले लेती है तो सदन को बताया जाता है। ऐसे में इस बात की भी जानकारी देनी चाहिए कि क्या सरकार ने रिजर्व बैंक को 2000 रुपये के नोटों की छपाई बंद करने को कहा है।
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